नारायणपुर प्रखंड के राजकीय कृत मध्य विद्यालय आशाटोल में कार्यरत दो ग्रामीण शिक्षक के अन्यत्र तबादले को लेकर आशाटोल के रंजीत कुमार ने सैकड़ो ग्रामीणों के हस्ताक्षरयुक्त आवेंदन बुधवार को नारायणपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी को सौंपा है. शिक्षा समिति सदस्य सरिता देवी, मुन्नी देवी, पूजा देवी, आशा देवी, निभा देवी, श्रवण शर्मा, हरिकिशोर शर्मा, वार्ड सदस्य नकुल कुमार, रंजीत कुमार, मुरली शर्मा, अमन, सागर, राजेश, प्रवेश, सुभाष समेत सैकड़ो ग्रामीणों के हस्ताक्षर करके शिक्षक को हटाने की मांग की है. आवेंदन में लिखा है कि राजकीय कृत मध्य विद्यालय आशाटोल के दो ग्रामीण शिक्षक के विद्यालय में रहने से पठन पाठन कार्य बाधित होती है। ग्रामीण शिक्षक बच्चों को शिक्षा देने का काम नही करते हैं.उनकी अपनी मर्जी चलती है। दोनो ग्रामीण शिक्षक से आशाटोल के ग्रामीण खुश नही है.लिखा है कि बाहर से जो शिक्षक आते है उसे भी अपने आदत की ओर आकर्षित कर लेता है. ग्रामीण शिक्षकों का इस विद्यालय में 12 वर्ष से अधिक हो गया है.
सभी ग्रामीण विद्यालय में उच्च व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा चाहते हैं लेकिन विद्यालय में शिक्षा को लेकर उचित व्यवस्था देखने को नही मिलती है. वही विद्यालय के विकास कार्य एवं छात्रों के लिए आवंटित राशी की हेराफेरी भी की जाती है.कई छात्रों की छात्रवृत्ति नही मिलने की बात कही जा रही है.ज्ञात हो कि विगत सप्ताह इसी विद्यालय के एचएम फुलेश्वर शर्मा पर विद्यालय सचिव का फर्जी हस्ताक्षर करके वर्षों से अबैध निकासी कर लेने की लिखित शिकायत नारायणपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी से की गई है. जिसकी जांच खुद विडिओ खुशबू कुमारी कर रहे है. फर्जी हस्ताक्षर कर विद्यालय की राशी की निकासी के विरोध में विद्यालय सचिव निभा कुमारी एवं शिक्षा समिति के सदस्यों के द्वारा सैकड़ो ग्रामीणों के साथ विद्यालय गेट पर विरोध प्रदर्शन किया गया था.अब देखना यह है कि शिक्षा विभाग इस मामले में क्या जांच व कार्यवाई करता है.