नवगछिया के बाल भारती विद्यालय में आयोजित हो रहा श्रीमद्भागवत कथा
नवगछिया के बाल भारती विद्यालय में आयोजित हो रहे सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन वृंदावन से आए वैदिक पथिक भागवत किंकर श्री अनुराग कृष्ण शास्त्री उर्फ श्री कन्हैया जी ने अपने भागवत कथा में ब्रहाण्ड की उत्पत्ति भगवान का विराट प्राकट्य विदुर मैत्रय संवाद कपिलोपाख्यान किया । अनुराग कृष्ण शास्त्री ने अपने भागवत कथा में कहा कि सत्य बोलना जीवन का सबसे बड़ा धर्म है । बोलने से पहले सोच लें जिसे हम निभा सके वही बोलना चाहिए । इसलिए बोलने से पहले थोड़ा सोच कर बोलना चाहिए । दान देने वाले को कभी रोकना नहीं चाहिए यह बहुत बड़ा पाप है । जीवन में गुरु ऐसे होने चाहिए जो वेद पुराण के बारे में बताएं । मौके पर मुरली धराये मन मोहना ए नन्द नन्दना श्री राधे माधवा …
एक आश तुम्हारी है विश्वास तुम्हारा है अब तेरे सिवा बाबा कहो कौन हमारा है … जीवन में है गुरु तो जीवन होगा शुरू
गुरु दीपक गुरु चांदनो गुरु मेरो प्राण आधार हम तुम्हारे है प्रभु जी हम तुम्हारे ही रहेंगे … जैसे भजनो से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया । मौके पर मीडिया प्रभारी अशोक केडिया ने बताया कि भागवत कथा 12 जनवरी से 18 जनवरी तक दोपहर 2:00 बजे से संध्या 6:00 बजे तक की जाएगी । श्रीमद्भागवत कथा के आयोजन को सफल बनाने में अमित अग्रवाल,मुकेश चिरानिया, रितेश मांवडिया , अशोक केडिया, आदित्य सरार्फ, अमन सरार्फ, विश्वास शर्मा, विनीत चिरानिया, नीरज केजरीवाल, केशव सरार्फ, शंभू चिरानिया, अमित चिरानिया, विशाल चिरानिया, विकास मावडिया, कन्हैया केडिया, मानस पंसारी, वरुण केजरीवाल, शैला चिरानिया, रुचि सर्राफ, ममता मावडिया, सुचिता चिरानिया सहित सैकड़ों की संख्या में भक्त सक्रिय रूप से लगे हए हैं ।