अंग प्रदेश से प्रभु श्री राम का गहरा संबंध, यज्ञ से किसानों के चेहरे पर लौटी थी खुशी
अंग प्रदेश की भूमि हमेशा से ऋषि मुनियों के बीच आस्था का केन्द्र रहा है. राजा रोमपाद के समय अंग प्रदेश में सुखाड़ से हाहाकार मच गया था, उस वक्त श्रृंगी ऋषि ने यहां यज्ञ संपन्न करवाया था. जिसके बाद बारिश होने से किसानों के चेहरे पर खुशी लौट आई थी. त्रेता युग से जुड़ी कई कहानी किस्से आज भी रामचरितमानस समेत अनेकों ग्रंथों में वर्णित है. अंग प्रदेश में राजा रोमपाद और उनकी रानी वर्शिनी को कोई संतान नहीं हो पा रही थी. रानी वर्शिनी श्री रामचंद्र की माँ कौशल्या की बहन थी और राजा दशरथ और रानी कौशल्या ने अपनी बड़ी पुत्री शांता कुमारी को रोमपाद को गोद दे दिया था. बाद में उन्हीं शांता कुमारी का विवाह श्रृंगी ऋषि से करवाया गया था. त्रेता युग में श्रृंगी ऋषि ने राजा दशरथ के लिए पुत्रकामेष्टि यज्ञ करवाया था और इसी से प्रभु श्री रामचंद्र, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न का जन्म हुआ था. वर्णित है कि, अंग प्रदेश में उस वक्त सुखा पड़ जाने से हजारों एकड़ फसल बारिश के अभाव में खराब हो गई थी. उस वक्त राजा रोमपाद ने श्रृंगी ऋषि को अंग प्रदेश में बुलाया था, उस वक्त सूर्यगढ़ा में ऋषि मुनियों ने यज्ञ किया था. जिसके बाद पूरे अंग प्रदेश में बारिश हुई थी. आज भी वहां श्रृंगी ऋषि के नाम से आश्रम मौजूद है. ये बातें शिव शक्ति योगपीठ के पीठाधीश्वर स्वामी आगमानंद जी महाराज ने कहीं है. उनका कहना है कि- 22 जनवरी का दिन जन मानस के लिए अमृत उत्सव दिवस है. इस दिन पूजा पाठ, जरूरतमंद लोगों की मदद करने से जन्म जन्मांतर के कष्टों से मुक्ति मिलेगी
आगमानंद जी महाराज के निर्देश पर राम उत्सव की तैयारी
गोपाल गोशाला:
सुबह 10 बजे हनुमान चालीसा पाठ, दोपहर 12.30 बजे अयोध्या रामलला लाइव टेलीकास्ट, 4.30 बजे महाशिवरात्रि कमेटी की ओर से विशेष दीपोत्सव
संकटमोचन हनुमान मंदिर
11 बजे सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ, 2.30 बजे प्रसाद वितरण, संध्या समय में दीपोत्सव
माँ शीतला मंदिर
10.30 बजे सुन्दरकाण्ड पाठ, संध्याकाल दीपोत्सव
बम काली मंदिर
सुबह 10 बजे विशेष पूजा अर्चना, संध्या समय में दीपोत्सव
बिहुला विषहरी मंदिर (मनसा स्टोर)
11 बजे पूजा पाठ, 12.30 बजे रामलला प्राण प्रतिष्ठा लाइव टेलीकास्ट, संध्या समय रंगोली और दीपोत्सव
माँ दुर्गा मंदिर नवगछिया
सुबह 10 बजे विशेष पूजा, संध्या समय में दीपोत्सव
सत्यनारायण ठाकुरबाड़ी
सुबह 10 बजे विशेष पूजा, दीपोत्सव
दक्षिणेश्वरी काली मंदिर
सुबह विशेष पूजा अर्चना, दीपोत्सव
चैती दुर्गा मंदिर
सुबह विशेष पूजा अर्चना, पूजा कमेटी की ओर से दीपोत्सव
स्टेशन रोड
गणिनाथ सेवा समिति नवगछिया द्वारा महाप्रसाद भंडारा, कार सेवक सम्मान, रामलला पूजन, संध्याकाल में दीपोत्सव
हनुमान मंदिर मुसहरी पट्टी
सुबह विशेष पूजा अर्चना, दीपोत्सव
पंचमुखी हनुमान मंदिर
सुबह 9 बजे से पूजा, सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ
ललितेश्वर मंदिर नगरह
सुबह 10 बजे पूजा, संध्या समय दीपोत्सव, नगरह गांव के सभी मंदिरों में सनातन सेवा समिति की ओर से रंगोली और दीपोत्सव, हर घर दीप जलाकर राम उत्सव और सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ
माँ कालिका मंदिर बैसी
विशेष पूजा, संध्या समय में दीपोत्सव
तेतरी मइया मंदिर
विशेष पूजा, संध्या समय में दीपोत्सव
शिव शक्ति योगपीठ नवगछिया
पीठाधीश्वर स्वामी आगमानंद जी महाराज के निर्देशन में सुंदर कांड पाठ, विशेष पूजा, दीपोत्सव
स्वामी आगमानंद जी महाराज के निर्देश पर अंग प्रदेश के सभी मंदिरों में दीपोत्सव, हनुमान चालीसा पाठ, सुन्दरकाण्ड पाठ, विशेष पूजा के साथ घरों में राम उत्सव मनाने की तैयारी की गई है. बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद, शिव शक्ति योगपीठ, सनातन सेवा समिति, बाबा गणिनाथ समिति समेत सभी सनातनी भक्तों द्वारा जगह-जगह जरूरतमंद लोगों के बीच फल वितरण, गौ सेवा और भंडारा का आयोजन किया जा रहा है।
अंग प्रदेश की भूमि हमेशा से ऋषि मुनियों के बीच आस्था का केन्द्र रहा है. राजा रोमपाद के समय अंग प्रदेश में सुखाड़ से हाहाकार मच गया था, उस वक्त श्रृंगी ऋषि ने यहां यज्ञ संपन्न करवाया था. जिसके बाद बारिश होने से किसानों के चेहरे पर खुशी लौट आई थी. त्रेता युग से जुड़ी कई कहानी किस्से आज भी रामचरितमानस समेत अनेकों ग्रंथों में वर्णित है. अंग प्रदेश में राजा रोमपाद और उनकी रानी वर्शिनी को कोई संतान नहीं हो पा रही थी. रानी वर्शिनी श्री रामचंद्र की माँ कौशल्या की बहन थी और राजा दशरथ और रानी कौशल्या ने अपनी बड़ी पुत्री शांता कुमारी को रोमपाद को गोद दे दिया था. बाद में उन्हीं शांता कुमारी का विवाह श्रृंगी ऋषि से करवाया गया था. त्रेता युग में श्रृंगी ऋषि ने राजा दशरथ के लिए पुत्रकामेष्टि यज्ञ करवाया था और इसी से प्रभु श्री रामचंद्र, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न का जन्म हुआ था. वर्णित है कि, अंग प्रदेश में उस वक्त सुखा पड़ जाने से हजारों एकड़ फसल बारिश के अभाव में खराब हो गई थी. उस वक्त राजा रोमपाद ने श्रृंगी ऋषि को अंग प्रदेश में बुलाया था, उस वक्त सूर्यगढ़ा में ऋषि मुनियों ने यज्ञ किया था. जिसके बाद पूरे अंग प्रदेश में बारिश हुई थी. आज भी वहां श्रृंगी ऋषि के नाम से आश्रम मौजूद है. ये बातें शिव शक्ति योगपीठ के पीठाधीश्वर स्वामी आगमानंद जी महाराज ने कहीं है. उनका कहना है कि- 22 जनवरी का दिन जन मानस के लिए अमृत उत्सव दिवस है. इस दिन पूजा पाठ, जरूरतमंद लोगों की मदद करने से जन्म जन्मांतर के कष्टों से मुक्ति मिलेगी
आगमानंद जी महाराज के निर्देश पर राम उत्सव की तैयारी
गोपाल गोशाला:
सुबह 10 बजे हनुमान चालीसा पाठ, दोपहर 12.30 बजे अयोध्या रामलला लाइव टेलीकास्ट, 4.30 बजे महाशिवरात्रि कमेटी की ओर से विशेष दीपोत्सव
संकटमोचन हनुमान मंदिर
11 बजे सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ, 2.30 बजे प्रसाद वितरण, संध्या समय में दीपोत्सव
माँ शीतला मंदिर
10.30 बजे सुन्दरकाण्ड पाठ, संध्याकाल दीपोत्सव
बम काली मंदिर
सुबह 10 बजे विशेष पूजा अर्चना, संध्या समय में दीपोत्सव
बिहुला विषहरी मंदिर (मनसा स्टोर)
11 बजे पूजा पाठ, 12.30 बजे रामलला प्राण प्रतिष्ठा लाइव टेलीकास्ट, संध्या समय रंगोली और दीपोत्सव
माँ दुर्गा मंदिर नवगछिया
सुबह 10 बजे विशेष पूजा, संध्या समय में दीपोत्सव
सत्यनारायण ठाकुरबाड़ी
सुबह 10 बजे विशेष पूजा, दीपोत्सव
दक्षिणेश्वरी काली मंदिर
सुबह विशेष पूजा अर्चना, दीपोत्सव
चैती दुर्गा मंदिर
सुबह विशेष पूजा अर्चना, पूजा कमेटी की ओर से दीपोत्सव
स्टेशन रोड
गणिनाथ सेवा समिति नवगछिया द्वारा महाप्रसाद भंडारा, कार सेवक सम्मान, रामलला पूजन, संध्याकाल में दीपोत्सव
हनुमान मंदिर मुसहरी पट्टी
सुबह विशेष पूजा अर्चना, दीपोत्सव
पंचमुखी हनुमान मंदिर
सुबह 9 बजे से पूजा, सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ
ललितेश्वर मंदिर नगरह
सुबह 10 बजे पूजा, संध्या समय दीपोत्सव, नगरह गांव के सभी मंदिरों में सनातन सेवा समिति की ओर से रंगोली और दीपोत्सव, हर घर दीप जलाकर राम उत्सव और सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ
माँ कालिका मंदिर बैसी
विशेष पूजा, संध्या समय में दीपोत्सव
तेतरी मइया मंदिर
विशेष पूजा, संध्या समय में दीपोत्सव
शिव शक्ति योगपीठ नवगछिया
पीठाधीश्वर स्वामी आगमानंद जी महाराज के निर्देशन में सुंदर कांड पाठ, विशेष पूजा, दीपोत्सव
स्वामी आगमानंद जी महाराज के निर्देश पर अंग प्रदेश के सभी मंदिरों में दीपोत्सव, हनुमान चालीसा पाठ, सुन्दरकाण्ड पाठ, विशेष पूजा के साथ घरों में राम उत्सव मनाने की तैयारी की गई है. बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद, शिव शक्ति योगपीठ, सनातन सेवा समिति, बाबा गणिनाथ समिति समेत सभी सनातनी भक्तों द्वारा जगह-जगह जरूरतमंद लोगों के बीच फल वितरण, गौ सेवा और भंडारा का आयोजन किया जा रहा है।