दामाद – नाती को कमिटी द्वारा वितरित किया गया छागर
नवगछिया नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या 06 सिमरा गांव में स्थित माँ दक्षिणेश्वरी काली मंदिर में विगत 26 जनवरी 2024 शुक्रवार से चल रहे पाँच दिवसीय बहरयात्रा पूजा का मंगलवार की देर रात समापन हो गया । मौके पर माता की पूजा में लीन ग्रामीण पंडित कौशलेंद्र झा वैदिक ने बताया कि उनके पूर्वजों के द्वारा ही पूजा-अर्चना प्रारंभ किया गया है जो सैकड़ों वर्षो से है । बहरयात्रा पूजा शुक्रवार से प्रारंभ हुआ जो मंगलवार तक चला । मंगलवार अंतिम दिन मंदिर में भव्य आयोजन आयोजित किया गया जिसमें सैकड़ों की संख्या में भक्त मौजूद थे । ग्रामीण बताते हैं कि इसमें तंत्रोक्त विधि से पूजा होती है अर्थात तंत्र से पूजा होती है ।
इस बाबत ग्रामीणों द्वारा बनाई गई मंदिर कमिटी की ओर से मंदिर परिसर व आयोजन को भव्य और भव्यता से तैयार किया गया । मौके पर ग्रामीणों ने बताया की राजा झमन्न सिंह ने काली माता की पूजा के लिए कुछ ब्राह्मणों को बसाया था जो सिमरा गांव कहलाया । काली माता की पूजा यहां प्रत्येक वर्ष की जाती है । मंगलवार की रात्रि अंतिम दिन पूजा में पाठ वैदिक मंत्र उच्चारण से हवन सहित कई तरह के पूजा पाठ किए गए । वहीं मौके पर ग्रामीण कमेटी की ओर से भक्तों द्वारा चढ़ाए गए छागर को दामाद और नाती के बीच वितरित किया गया ।
मंगलवार की ही देर रात्रि पूजन के बाद ब्राह्मण भोजन कराया गया जिसमें सैकड़ो की संख्या में ब्राह्मण मौजूद थे । कमेटी के अध्यक्ष अविनाश मिश्रा ने बताया कि इस बार माता के दरबार का भी जिर्णोद्धार कार्य हुआ है इसके अलावे रूप सज्जा में भी काफी चीजों को ध्यान में रखते हुए उत्कृष्ट सजावट की गई है । माता की कृपा भक्तों पर बनी रहती है और दिनों दिन दिव्य दरबार से भक्त जुड़ते जा रहे है । कई लोग दूर दराज में भी रहकर सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़कर मंदिर में हो रहे आयोजन को देखते हैं ।
वही मौके पर सीबीएस आत्मानंद झा,अध्यक्ष अविनाश मिश्रा,सचिव रियुष कुमार सावर्ण,कोषाध्यक्ष नन्द नंदन झा,अंकित झा, केशव मिश्रा, नटवर मिश्रा, सुमन झा, सचिन मिश्रा, किट्टू सहित सिमरा गाँव के कई दर्जन लोग उपस्थित थे ।