गुस्से में ग्रामीणों ने काटा बवाल,बंधक बना कर रखा फिर किया पुलिस के हवाले
नवगछिया के मध्य विद्यालय बोड़वा में मंगलवार को हुआ हो हंगामा
नवगछिया : बिहार में एक तरफ जहां बिहार सरकार शराबबंदी का दावा करती है वहीं शराब बंदी वाले बिहार में गुरुजी ही अपनी मर्यादा भूल शराब के नशे में धुत्त होकर विद्यालय पहुंच गए । विद्यालय जिसे लोग शिक्षा का मंदिर कहते हैं जहां छोटे-छोटे नौनिहाल से लेकर किशोरावस्था के बच्चे विद्या अध्ययन करने के लिए बड़े जतन से पहुंचते हैं । बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव के के पाठक लगातार निगरानी कर एक से एक फरमान जारी कर विद्यालय की व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने में लगे हैं परंतु मंगलवार को नवगछिया के एक विद्यालय में एक ऐसा वाकया घटित हुआ, जिससे वहां के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ बड़े छात्र-छात्राएं भी शर्मसार हो गए। देखते ही देखते वहां सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठी हो गई और ग्रामीणों के द्वारा हो हंगामा किया जाने लगा। मामला नवगछिया प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय बोड़वा गांव की है, जहां विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक नवीन झा शराब के नशे में धुत होकर कुर्सी पर बैठे-बैठे हीं अचेत हो गए। जब बच्चों ने हेड मास्टर साहब को इस अवस्था में देखा तो आपस में चर्चा करने लगे साथ हीं वहां कार्यरत सभी शिक्षकों के बीच भी दबी जुबान से शराब पीने की बातें होने लगी। इतने में इस बात की भनक ग्रामीणों को भी लग गई। फिर क्या था देखते ही देखते ग्रामीणों की भीड़ विद्यालय परिसर में जमा हो गई। जब ग्रामीणों के द्वारा उसे उठाया गया तो वह नशे में पूरी तरह लड़खड़ा रहे थे। हालात बेकाबू देख प्रधानाध्यापक अपने कक्ष में चले गए और वहां पहुंचने वाले विद्यालय प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष एवं अन्य लोगों के सामने हाथ जोड़कर माफी मांगते हुए इस मामले को रफा दफा करने की बात कहने लगे।
ग्रामीणों के द्वारा बनाए गए विडियो में मामले को लीपापोती करने के लिए रुपये भी दिया जा रहा
इसी बीच प्रभारी प्रधानाध्यापक के द्वारा अपने कक्ष में एक व्यक्ति को मामले को रफा-दफा करने के बदले रुपए देने का वीडियो ग्रामीण के द्वारा वायरल किया गया है। इसके बाद प्रभारी प्रधानाध्यापक बार-बार ग्रामीणों के सामने हाथ जोड़कर इस घटना को समाप्त करने की आरजू मिन्नत कर रहे थे और कह रहे थे कि मुझे बचा लीजिए
ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची परबत्ता पुलिस
घटना की सूचना पर पहुंची परबत्ता पुलिस ने प्रधानाध्यापक को अपने साथ गाड़ी पर बिठाकर नवगछिया स्थित अनुमंडल अस्पताल ले गया जहां उनकी जांच ब्रेथ एनालाइजर मशीन से की गई तो शराब पीने की पुष्टि की गई। इस संबंध में परबत्ता थानाध्यक्ष शंभू कुमार ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर प्रधानाध्यापक का जांच कराया गया तो शराब पीने की पुष्टि हुई जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। बुधवार को उन्हें माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। इनके विरुद्ध बिहार मध्य निषेध अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।
ग्रामीणों का आरोप रोज शराब पीकर स्कूल आते हैं प्रभारी प्रधानाध्यापक।
इस संबंध में ग्रामीण सह विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष फूलन कुमार ने प्रधानाध्यापक पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब से यह हेड मास्टर बना है तब से विद्यालय की दुर्दशा है। रोज हेड मास्टर शराब पीकर विद्यालय आते हैं और पुरुष शिक्षकों के साथ तो दुर्व्यवहार करते ही है, महिला शिक्षिका के साथ भी अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं। सबों को हेडमास्टर डरा धमका कर रखते हैं। क्योंकि इनका घर भी बोड़वा के बगल में ही खगड़ा गांव पड़ता है। इन्होंने आगे बताया कि उनकी कारगुजारी की सूचना कई बार मौखिक रूप से पदाधिकारी को भी दी गई है, परंतु इनके उपर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई।
ग्रामीण अमरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि हेड मास्टर शराब के नशे में धुत रहते हैं। रोज रोज शराब पीकर आना इनका रूटीन बन गया है। प्रधानाध्यापक की यह कृत्य स्कूल व्यवस्था को चौपट कर रहा है।
इसके अलावे विद्यालय के एक अन्य शिक्षक ने भी मीडिया के सामने कहा है कि 6 महीने पहले इन्हें प्रभार मिला है, यह रोज शराब पीकर स्कूल आते हैं और विद्यालय के किसी भी शिक्षक के साथ सम्मानित तरीके से बात नहीं करते हैं। हमेशा सबों से उलझते रहते हैं।
खुद प्रभारी प्रधानाध्यापक ने शराब पीने की बात को किया स्वीकार।
मौके पर पहुंचे मौके पर पहुंचे राजपा के नेता संजीव सिंह के सामने प्रभारी प्रधानाध्यापक ने बड़े ही बेबाक तरीके से शराब पीने की बात को स्वीकार करते हुए कहा कि 3:00 बजे सुबह में शराब पी लिए थे और चूंकि स्कूल में छुट्टी नहीं मिलती है इसलिए शराब के नशे में ही स्कूल आना पड़ गया।
वही हो हंगामा के बीच विद्यालय में शैक्षणिक वातावरण नहीं था दिन भर बच्चे इधर-उधर खेलते रहे और विद्यालय में हो हंगामा होता रहा ।