तेतरी शक्तिपीठ में श्रीमद भागवत कथा में उमड़ी भीड़
नवगछिया : धर्मसंघ पीठपरिषद् के तत्त्वावधान में शक्तिपीठ तेतरी दुर्गा स्थान में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह के पहले दिन प्रवचन करते हुए प्रख्यात भागवताचार्य डॉ भारतभूषण महाराज ने कहा कि जीवन भगवान की शरणागति के आनन्द का अनुभव करने के लिए ही है। शरणागति का अनुभव नहीं करने वालों का जीवन अवसाद-विषाद व संकटों में उलझ जाता है जबकि भगवान की करुणा की स्मृति करने वाले लोगों का जीवन प्रसाद और प्रसन्नता से भरा होता है। कथा और महोत्सव हमें हमारे सतत सन्निकट रहनेवाले भगवत्तत्त्व की अनुभूति कराते हैं, उनका प्राकट्य कराते हैं। आचार्य ने कहा कि पृथ्वी पर संतों-भक्तों-महापुरुषों के रूप में साक्षात भगवान कीअनुग्रह मूर्ति का ही दर्शन होता है।परमाराध्यचरण गोपांगनाएं भगवान श्रीकृष्ण से कहती हैं कि जो महापुरुष आप की कथा सुनाते हैं वे ब्रह्मांड के सबसे बड़े दानी हैं और जीवमात्र को सर्वस्व प्रदानकर कृतार्थ करने वाले हैं – भुवि गृणन्ति ते भूरिदा जनाः।
प्रातःकाल श्रीमद्भागवत पुराण का मूल पाठ,सर्वतोभद्र मंडल का पूजन एवं रुद्राभिषेक आदि प्रयागराज से पधारे पं संजय द्विवेदी के नेतृत्व में विद्वानों ने सम्पन्न किया। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष रमाकांत राय, अरुण राय, टुनटुन मास्टर, महंत जयप्रकाश झा, गोपाल कुंवर,विनय राय, सुनील राय, मिथिलेश कुंवर समेत तमाम यजमानों ने व्यासपीठ का पूजन किया।