ग्रामीणो ने लगाया आरोप, कहा, कुव्यवस्था के चपेट में विद्यालय, नही होती है यहां पढ़ाई
मध्यान भोजन की थाली कुत्ता चाटने, कार्यालय खुला छोड़ चले जाने जैसी कई कृत्य से जूझ चुका है विद्यालय
नवगछिया। नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर प्रखंड के एक विद्यालय की कहानी अजीबोगरीब है विगत कुछ महीनों से यह विद्यालय अपनी कारनामों के कारण हमेशा चर्चा में रहता है एक बार विद्यालय में मध्यान भोजन के जूठे थाली कुत्ते चाट रहे थे जिसका वीडियो वायरल हुआ तो जमकर हंगामा हुआ दूसरा मामला तब आया जब विद्यालय के कार्यालय का गेट खुला छोड़कर ही गुरुजी अपने घर चले गए संध्या के समय में जब बच्चों ने देखा तो अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया लेकिन इसके बाद भी विद्यालय अपनी कृत्य को पीछे नहीं छोड़ रहा । एक तरफ बिहार में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक हर क्षेत्र में दौरा कर विद्यालय की व्यवस्था सुधारने में लगे हैं वही दूसरी ओर नव्गछिया अनुमंडल क्षेत्र में अधिकांश सरकारी विद्यालयों के व्यवस्था में जरा भी सुधार नही हुआ है। बुधवार को ताजा मामला गोपालपुर प्रखंड के बड़ी मकनपुर पंचायत के मध्य विद्यालय मकनपुर में नजर आया । जहां शिक्षकों के द्वारा बिना किसी कारण के विद्यालय से अनुपस्थित रहने को लेकर के स्थानीय ग्रामीण एवं अभिभावकों के द्वारा अध्यक्ष के साथ मिलकर मुख्य दरवाजे पर ताला लगा दिया। ग्रामीणों व बच्चों के अविभावकों के द्वारा बताया गया कि विद्यालय के शिक्षक अपने मन से आते-जाते रहते हैं। प्रधानाध्यापक सिर्फ यह बात कह कर टाल देते हैं कि किसी काम से वह गए हैं। ग्रामीण सह वार्ड सदस्य व शिक्षा समिति के अध्यक्ष सुमित चौधरी के द्वारा बताया गया कि विद्यालय के शिक्षक अपने मनमानी करते हैं। 10 बजे आते हैं और उपस्थिति देकर 11 बजे विद्यालय से निकल जाते हैं। फिर दोपहर 2 बजे विद्यालय आते हैं, उसके बाद फिर चले जाते हैं। ग्रामीण बबलू चौधरी, सुमित चौधरी, संजय चौधरी, सुजीत कुमार आदि ग्रामीणों ने बताया कि इस विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति कुछ होता है नामांकन कुछ होता है, लेकिन विद्यालय में कम ही छात्र पढ़ते हैं। ग्रामीणों के द्वारा बताया गया की कक्षा 6 में जहां नामांकित 44 में से 39 छात्र का उपस्थिति बनाया गया था। वही यहां पर मात्र 28 छात्र उपस्थित मिले। इसी तरह से कक्षा आठवीं में भी नामांकित 50 छात्र में उपस्थिति मात्र 24 छात्र मिले। इसलिए सभी जगह प्रधानाध्यापक शशिकांत सुमन के द्वारा अवैध रूप से उपस्थिति बनाकर के हाजिरी बनाता है। शिक्षक छात्र पर ध्यान नहीं देता है। भौतिक सत्यापन में कम छात्र मिलते हैं। इस दौरान ग्रामीण रोष में थे। बताया कि अधिकारी भी विद्यालय कभी-कभार आते हैं और जांच के नाम पर खानापूर्ति कर चले जाते हैं। मालूम हो कि इस विद्यालय में कुल नामांकित छात्र 284 है जिसमें बुधवार को 229 छात्र का उपस्थित बनाया गया है।
क्या कहते हैं वार्ड सदस्य
शिक्षा समिति के अध्यक्ष व वार्ड सदस्य सुमित कुमार चौधरी ने बताया कि विद्यालय में नियमित रूप से अगर जांच हो तो प्रतिदिन अनियमित मिलेगा । यहां पर जांच भी नहीं होता है साथ ही यहां पर शिक्षा समिति की कई बैठक भी नहीं हुआ है इसलिए विद्यालय के आमदनी खर्च के बारे में किसी तरह की जानकारी प्रधानाध्यापक के द्वारा नहीं बताया जाती है। विद्यालय में अनियमित भरी हुई है जिसके कारण विद्यालय में शैक्षणिक माहौल नहीं है फर्जी उपस्थिति बनाकर हेड मास्टर द्वारा कई महीनो से जमकर गड़बड़ी की जा रही है ।
मालूम हो कि प्रत्येक शनिवार को अभिभावक शिक्षा समिति के सदस्यों के साथ प्रधानाध्यापक को बैठक करना है लेकिन इस विद्यालय में ऐसा कोई बैठक अभी तक नहीं हुआ है। विद्यालय के कुछ शिक्षक की पहुंच शिक्षा विभाग के कुछ पदाधिकारी के साथ है जिसके कारण विद्यालय में अनियमितता के बाद भी कोई कड़ी कार्रवाई नहीं होती है । इस कतिपय शिक्षकों के द्वारा उपस्थिति बना कर प्राय: विद्यालय से गायब रहने के कारण ग्रामीणो व अभिभावकों द्वारा विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष के साथ मुख्य दरवाजे पर ताला लगा दिया गया।
कहतें है विद्यालय के प्रधानाध्यापक
विद्यालय के प्रधानाध्यापक शशिकांत सुमन ने बताया कि कुछ ग्रामीणों द्वारा विद्यालय में तालाबंदी किया गया था लेकिन ग्रामीणों व अभिभावकों से बातचीत कर आपस में समस्या का समाधान कर लिया गया हैं ।