भागलपुर/निभाष मोदी
एक मां ने पुलिसकर्मियों के पैर पकड़कर मिन्नतें की परंतु पुलिस वाले पर कोई असर नहीं दिखा
एक मां की 19 वर्षीय बेटी लापता हो गई है, मामला मसुदनपुर थाने में दर्ज कराया गया, इस पर कोई कार्यवाही नहीं होने के चलते परिजन एसएसपी के आवास पहुंचे, परंतु वहां से डांट डपट कर उन्हें भगा दिया गया
भागलपुर। फरियादी फरियाद लेकर थानेदार के पास या फिर वरीय पदाधिकारी के पास इस आशा से पहुंचते हैं कि मेरी फरियाद वह सुनेंगे और इंसाफ दिलाएंगे मेरी मदद करेंगे लेकिन कई दफे ऐसा देखा गया है उसे इंसाफ तो नहीं मिलता बदले में उसे आगे की तारीख मिलती है या फिर डांट डपट कर भगा दिया जाता है। ऐसा ही मामला देर रात वरीय पुलिस अधीक्षक बाबूराम के आवास के मेन गेट पर देखने को मिला। मधुसुदनपुर थाना क्षेत्र के नूरपुर मोहल्ले से 16 जुलाई को सुबोध कुमार निराला की 19 वर्षीय बेटी अपर्णा कुमारी सुबह घर से गायब हो गई।
जिसके बाद परिजनों ने बच्ची की खोजबीन की और उसके बाद नहीं मिलने पर दोपहर में बच्ची के गायब होने की सूचना थाने को दी गई। जिसमें बच्ची को शादी की नीयत से बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप मोहल्ले के ही दीपक कुमार नामक युवक पर लड़की को भगाने का आरोप लगाया गया। लेकिन थाने में मामला दर्ज होने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं होता देख लापता लड़की के माता-पिता और भाई युवती की बरामदगी की गुहार लेकर वरीय पुलिस अधीक्षक बाबूराम के आवास पर देर शाम पहुंचे और यहां पर धरने पर बैठ गए। मधुसुदनपुर थाना प्रभारी और एक पदाधिकारी जब परिजनों को समझा-बुझाकर घर भेजने के लिए पहुंचे तब, लड़की की मां पुलिस वालों के पैर पकड़ कर अपनी बच्ची को वापस लाने की मांग करने लगी।
वही पुलिस वाले पीछे हटते नजर आए। परिजनों का आरोप है कि थाने की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई और वरीय पुलिस अधीक्षक के दर पर पहुंचने पर भी गार्ड के द्वारा यह कहा गया कि आज संडे है आज साहब नहीं मिल सकते। वही घंटों बैठने के बाद जब मीडिया कर्मी वहां से हट गए तब पुलिस वालों ने वहां से परिजनों को डांट फटकार कर भगा दिया।तीन घंटे से भी अधिक समय तक वरीय पुलिस अधीक्षक के आवास के सामने धरने पर बैठने के बाद अब पुलिस एक मां को उसकी बेटी वापस लाकर देती है कि नहीं देखने वाली बात है।