


केला, मकई और आम की फसल बर्बाद, किसानों को भारी नुकसान
नवगछिया : शुक्रवार की रात और रविवार की सुबह अचानक आए आंधी-तूफान व मूसलधार बारिश ने नवगछिया अनुमंडल के किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। तेज हवाओं और भारी बारिश की वजह से इलाके की फसलों को जबरदस्त नुकसान पहुंचा है। किसानों की केला, मकई और आम की तैयार फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं, जिससे उन्हें लाखों रुपये की क्षति हुई है।

जानकारी के अनुसार नवगछिया, धोबिनिया, नगरह, सधुआ चापर, मदरौनी और रंगरा इलाके में मकई की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। वहीं महदत्तपुर, पकरा और जमुनिया गांवों में केले की खेती करने वाले किसान सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
महदत्तपुर के किसान मनोज सिंह, अनिल सिंह और संजय कुमार ने बताया कि तेज हवा और पानी से उनके खेतों में खड़ी केले की फसल पूरी तरह गिर गई है और फलों को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने इसे सालभर की मेहनत पर पानी फिरने जैसा बताया।
वहीं, जहांगीरपुर बैसी के किसान इश्तिखार ने बताया कि गंगा दियारा क्षेत्र में तो कई किसानों की फसलें पूरी तरह चौपट हो गई हैं। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति और अधिक खराब हो गई है।
प्राकृतिक आपदा का असर जनजीवन पर भी पड़ा। पकरा के पास एनएच-31 पर एक पेड़ गिर गया, जिससे सड़क पर घंटों तक जाम की स्थिति बनी रही। बाद में पेड़ को काटकर हटाया गया, तब जाकर आवागमन सामान्य हो सका।

तेज तूफान से नवगछिया में बिजली आपूर्ति भी पूरी तरह ठप हो गई थी। ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 18 घंटे बाद बिजली बहाल हो सकी। इससे लोगों को भीषण गर्मी और असुविधा का सामना करना पड़ा।
किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि उनके नुकसान का सर्वे कराया जाए और मुआवजा दिया जाए, ताकि वे दोबारा खेती के लायक बन सकें।
