नवगछिया थाना क्षेत्र के वार्ड 21 में व्यवसाई अवधेश गुप्ता के पुत्र भाजपा नेता सह कुणाल गुप्ता पर जानलेवा हमला के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. केस के तीन आरोपियों में से पुलिस ने मंगलवार को विकास भगत उर्फ पिंकू भगत और अशोक भगत को गिरफ्तार किया, जबकि तीसरा आरोपी बाबू बिधान चंद्र पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. मालूम हो कि कुणाल गुप्ता कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमित पाया गया था और भागलपुर कोविड सेंटर से इलाज कराकर वापस लौटा था. बीते बुधवार को जब वह भगत मुहल्ला स्थित अपने गोदाम में सामान लेने गया था, तो आरोपियों ने उसे कोरोना मरीज कहते हुए गाली गलौज भी देने लगे.
भगाए जाने का विरोध करते हुए जब उसने कहा कि वह ठीक हो चुका है तो आरोपितों ने उसे मारना—पीटना शुरू कर दिया. आरोप है कि पिंकू भगत और अन्य आरोपियों ने उसपर लोहे के रॉड और लाठी से जान लेने के इरादे से वार किया. प्राथमिकी के मुताबिक, लोहे के रॉड से वार करने के कारण कुणाल का सिर फट गया और वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर गया. जख्मी हालत में उसे थाना ले जाया गया, जहां पुलिसकर्मियों ने अस्पताल ले जाकर उसका इलाज कराया. मालूम हो कि आरोपी और उनके भाइयों पर नवगछिया थाना में पूर्व में भी मारपीट के कई मामले दर्ज हैं.