निभाष मोदी, भागलपूर।
भागलपुर जिला के नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर प्रखंड अंतर्गत सैदपुर पंचायत के बुद्धूचक निवासी सीआरपीएफ के एसआई रामबोल कुमार ने दो साल पहले कश्मीर में एक मुठभेड़ के दौरान जैश ए मोहम्मद के दो आतंकियों को मार गिराया था और भारी मात्रा में गोला बारूद भी हथियार बरामद किया था। सीआरपीएफ द्वारा मनाया जाने वाला शौर्य दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से गृह सचिव अजय भल्ला ने इन्हे वीरता पुरस्कार से
सम्मानित किया। इससे पहले भी रामबोल को तीन बार विभागीय पदाधिकारियों द्वारा पुरस्कृत किया गया है। संहिता देवी व शैलेंद्र चौधरी के लाल रामबोल ने वर्ष 2014 में सीआरपीएफ में सबइंस्पेक्टर के पद पर योगदान दिया था। वीरता पुरस्कार हासिल कर इन्होंने पूरे बिहार राज्य को गौरन्वित किया है। वही गंगा के कटाव की त्रासदी को रामबोल के परिवार भी झेलना पड़ा इनका भी परिवार विस्थापित हो गया है। गोपालपुर थाना अध्यक्ष नीरज कुमार ने कहां की रामबोल को यहां आने पर सम्मानित किया जाएगा। रामबोल की वर्ष 2015 में बेसिक ट्रेनिंग पूरी होने के बाद फरवरी 2016में इन्हें श्रीनगर में तैनात किया गया। यहां से यह अपनी इच्छा के अनुसार वर्ष 2018 में श्रीनगर घाटी गये , जो आतंकियों का गढ़ माना जाता है इसके बाद ये आतंकियों पर कार्यवाही करने वाली टीम में शामिल हुआ,10 एनकाउंटर में 50 से अधिक आतंकियों को मार गिराने वाली टीम में यह भी शामिल था आतंकवादियों से मुठभेड़ में 4 जवान शहीद हो गए थे इसके बाद इन्हें दिल्ली के क्विक एक्शन टीम में शामिल किया गया। रामबोल को वीरता पुरस्कार मिलने से उनके गांव और क्षेत्र के लोगों में खुशी व्यक्त की है