भागलपुर जिले में शुक्रवार को ही कोरोना मरीजों की संख्या का बिस्फोट हुआ है नए 84 मरीज पॉजिटिव मिले हैं। इनमें जवाहरलाल नेहरू चिकत्सा महाविद्यालय अस्पताल और सदर अस्पताल के 10 मरीज भी शामिल हैं। मायागंज अस्पताल के कैजुअल्टी ऑपरेशन थियेटर (सीओटी) के पांच कर्मचारी कोरोना संक्रमित होने से सीओटी को तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।
मायागंज अस्पताल के इमरजेंसी कंट्रोल रूम के कई कर्मचारियों में भी कोरोना होने की आशंका है। उन्हें सर्दी, खांसी और बुखार रहने से कई कर्मचारी घर मे खुद क्वारंटीन हो गए हैं। केवल एक कर्मचारी बचा है। अस्पताल का एक स्वास्थ्य प्रबंधक भी कोरोना से संक्रमित हुआ। तीन दर्जन अन्य कर्मचारियों ने कोरोना की जांच करवाई। वहीं सदर अस्पताल के टीबी विभाग के भी कई कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हुए। अबतक मायागंज अस्पताल के करीब 15 स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना से बीमार हो चुके हैं। मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डॉ अशोक भगत ने कहा कि सीओटी तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। अगर दुर्घटनाग्रस्त मरीज आते हैं तो उसका इलाज आउटडोर के सर्जरी विभाग में किया जाएगा।
कॉलेज अधिकारी के रिश्तेदार को नहीं मिला आईसीयू
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टरों की राजनीति के शिकार हुए बड़े अधिकारी के रिश्तेदार। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी उन्हें अस्पताल के आईसीयू में नही रखा गया। वैसे यह भी कहा जा रहा है कि कोरोना पॉजिटिव मरीज अगर गंभीर है तो उसके लिए कोरोना वार्ड का आईसीयू है, न कि अस्पताल का आईसीयू।
कोरोना मरीज को घर भेजा गया
टीटीसी कोविड सेंटर में भर्ती होने आए कोरोना मरीज को बांड भरवाकर घर भेज दिया गया। सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ङ्क्षसह ने कहा कि सरकार के आदेश पर ऐसा किया जा रहा है। जो मरीज घर मे रहना चाहते हैं उन्हें घर भेजा जाएगा।
31 को मिली छुट्टी
टीटीसी कोविड सेंटर में भर्ती 31 लोगों को स्वस्थ होने पर उन्हें छुट्टी दी गयी। इनमे भागलपुर सहित कई प्रखंडों के लोग शामिल हैं। कोरोना पॉजिटिव निकलने पर यह 10 दिन पहले सेंटर में भर्ती किया गया था।