कृषि क्षेत्र में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं भागलपुर जिले के नवगछिया के तेतरी निवासी किसान गोपाल सिंह
रिपोर्ट-निभाष मोदी, भागलपूर।
कृषि के क्षेत्र में बहुत बड़ा बदलाव आते नजर आ रहा है,वैसे तो अंग प्रदेश के लोगों ने खुद से ऊपजा कर कई तरह के फलों का स्वाद चखा है, अब वह कश्मीरी लाल बेर का भी स्वाद चख सकेंगे,ऐसे बहुत से किसान हैं जो परंपरागत खेती छोड़कर नए कृषि क्षेत्र में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं और कामयाब भी होते हैं ,ऐसे ही है भागलपुर जिले के नवगछिया के तेतरी निवासी किसान गोपाल सिंह।
वैसे तो भागलपुर का नवगछिया केलांचल और मकलांचल के नाम से जाना जाता है लेकिन अब यह कश्मीरी लाल बेर के लिए भी जाना जाएगा। दरअसल यहाँ के किसान गोपाल सिंह ने अपने खेत के हिस्से की 6 एकड़ में कश्मीरी लाल बेर का उत्पादन शुरू किया है। उन्होंने पिछले वर्ष 6 एकड़ में 2500 बेर के पौधे लगाए थे इस बार वह सफल भी हुआ। लगभग पेड़ों में बेर का फलन हुआ है।
रेड एप्पल बेर दिखने में कश्मीरी सेब की तरह ही नजर आता है। इसका एक फल 75 ग्राम से 100 ग्राम के बीच होता है। इसमें सेब की तरह ही एंटी ऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं और स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभदायक है।
नवंबर महीने में पेड़ में फूल आते हैं मार्च महीने तक यह बेर सेब की तरह स्वरूप ले लेता है। रेड एपल बेर की कीमत बाजारों में 80 से 100 रुपये किलो तक है।रेड एप्पल बेर खाने में भी काफी स्वादिष्ट होता है।
वहीं जिला कृषि पदाधिकारी कृष्णकांत झा ने बताया कि हमारे किसान निरंतर नए-नए प्रयोग कर रहे हैं। खेती के लिए मिट्टी, जलवायु, सिंचाई और वातावरण की आवश्यकता होती है जो यहां संपूर्ण है। यहां अब रेड कश्मीरी एप्पल बेर की खेती शुरू हुई है। 2 साल तक फलन होने से पेड़ बढ़ेंगे और फलन ज्यादा होगा इसे किसानों को काफी लाभ मिलेगा.