


नवगछिया। पहलगाम में हिंदू पर्यटकों की निर्मम हत्या के विरोध में शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) नवगछिया महिला कॉलेज इकाई की छात्राओं ने आक्रोश मार्च निकाला। एमएएम कॉलेज परिसर से शुरू हुए इस मार्च के दौरान छात्राओं ने “पाकिस्तान मुर्दाबाद” के नारे लगाए। आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए नक्सलवाद और आतंकवाद के प्रति गहरी नाराजगी जताई गई।

आक्रोश मार्च को संबोधित करते हुए अभाविप महिला कॉलेज अध्यक्ष सह एसएफडी प्रमुख कुसुम ने कहा कि, “धर्म के आधार पर किया गया यह हमला न सिर्फ निर्दोष नागरिकों की हत्या है, बल्कि हिंदू समुदाय को डराने की साजिश भी है। पूरा देश इस घटना से आक्रोशित है और भारत सरकार से न्याय की मांग कर रहा है।”

छात्रा कार्यकर्ता चंचल और निक्की ने भावुक स्वर में कहा कि अब समय आ गया है कि 28 की शहादत का बदला 2800 दुश्मनों से लिया जाए। उन्होंने सेना से आग्रह किया कि आतंकवादियों को जड़ से समाप्त कर भारत का सिर गर्व से ऊंचा किया जाए।
इस मौके पर मौजूद छात्राओं — निक्की, जूली, रामदुलारी, शिवदुलारी, शिवानी, तनु, ममता, काजल, निशा, भानु, कशिश, अंजलि, अलका, खुशबू, रीना, खुशी, मुस्कान, साधना और डोली — ने एक स्वर में पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ नारे लगाए और इस कायराना हमले की तीव्र निंदा की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है, अब उसे उसकी भाषा में जवाब देना जरूरी हो गया है।
आक्रोश मार्च में दर्जनों छात्राएं शामिल रहीं और सभी ने एक स्वर में आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग की।
