भागलपुर/ निभाष मोदी
दूसरे देशों में फूट बीमारी का इलाज काफी खर्चीला है लेकिन भागलपुर में कम पैसों में होता है बेहतर इलाज
भागलपुर,अकसर आपने लोगों को अपनी बिमारी के इलाज को लेकर देश विदेश का रुख करते हुऐ सुना होगा। लेकिन छोटे शहरों में भी ऐसे अस्पताल हैं जहां अफ्रीका जैसे महादेश के लोग अपनी बीमारी के इलाज के लिए अंग प्रदेश में आना पड़ा है। दरअसल अफ्रीका के गांबिया जैसे छोटे से देश के रहने वाले लेमन टोरे का ईलाज भागलपुर के ततारपुर स्तिथ डा इम्तियाज उर रहमान के क्लीनिक में पिछले एक महीने से क्लबफुट बिमारी का ईलाज चल रहा है।
वहीं बीमारी को लेकर डा इम्तियाज उर रहमान ने बताया की लेमीन यह गंभीर समस्या उसे बचपन से ही है,आमतौर पर क्लब फूट बीमारी में पैर टेढ़ा होने के कारण मरीज को चलने में समस्या होती है। डा ने बताया की गांबिया एक गरीब देश है और वहां भुखमरी की स्तिथि है,ऐसे में इस तरह की बिमारी का ईलाज दूसरे देशों में काफ़ी महंगा होता है डा के मुताबिक दूसरे देशों में इस ईलाज को कराने में लाखों रूपए खर्च होते है, वहीं भागलपुर में उसे ईलाज में 25 हज़ार ही खर्च करना पड़ा।
हालांकि पीड़ित लेमीन कई यूरोपियन देशों में अपने ईलाज के लिए गए लेकीन उन्हें सिर्फ निराशा ही हाथ लगी, जबकि लंदन नर्स के तौर पर कार्यरत उनकी बहन ने यूट्यूब के माध्यम से उन्हें भागलपुर के ऑर्थोपेडिक सर्जन डा इम्तियाज उर रहमान के बारे में बताया। एक महिने इलाज के बाद लेमीन का पर लगभग सीधा हो गया है,और उसे इलाज से बेहतर परिणाम भी नज़र आ रहा है। वहीं डा ने इसे जल्द खुद के पैरों पर चलने का आश्वासन दिया है। साथ ही उन्होंने जिले सभी काबिल चिकित्सकों की कार्यशैली की सराहना की।