नवगछिया : प्रभात खबर में नौ जनवरी को गुवारीडीह की खबर पहले पन्ने पर प्रमुखता से प्रकाशित किये जाने के बाद जीबी कॉलेज इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अशोक कुमार सिन्हा की टीम ने गुवारीडीह जा कर पुरावशेषों का अवलोकन किया.
टीम में जीबी कॉलेज के प्राचार्य शिव शंकर मंडल, शिक्षक डॉ रंजीत कुमार, प्रो विभांशु मंडल शामिल थे. गुवारीडीह का अवलोकन करने के बाद डॉ अशोक कुमार सिन्हा ने पूरे मामले की जानकारी तिलकामांझी विवि के ऐंसीएन्ट हिस्ट्री विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो बिहारी लाल चौधरी को दी.
इसके बाद पुराविद श्री चौधरी के नेतृत्व में एक टीम ने गुवारीडीह का मुआयना किया. टीम में प्रो रमण सिंह, शिवशंकर सिंह पारिजात, डॉ दिनेश कुमार गुप्ता, पवन शेखर और शोध कर रही छात्रा रिंकी भी थी. इस बीच बिहपुर के अंचलाधिकारी के स्तर से भी जिले के वरीय पदाधिकारियों को रिपोर्ट भेजा गया.
गुवारीडीह में मिल रहे पुरावशेषों की चर्चा देश के दूसरे विश्वविद्यालय के कैंपस में भी होने लगी थी. नवगछिया के जी बी कॉलेज में गुवारीडीह पर एक नेशनल सेमिनार आयोजित करने का निर्णय जी बी कॉलेज प्रशासन द्वारा लिया गया.
इस सेमिनार में देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कई विद्वान और पुरातत्वविद शामिल होने वाले थे. लेकिन लॉक डाउन हो जाने के कारण यह सेमिनार स्थगित हो गया और ग्रामीणों के सर्च अभियान में भी शिथिलता गई.
पिछले दिनों जब बिहपुर के विधायक इंजीनियर कुमार शैलेंद्र गुवारीडीह पहुंचे तो उन्होंने पुरातत्व महत्व वाली चीजें का अवलोकन करने के बाद मुख्यमंत्री को मोबाइल फोन से विस्तृत जानकारी दी.
मुख्यमंत्री के पहल पर बिहार विरासत समिति द्वारा पुरावशेषों और स्थल की जांच की गई और मुख्यमंत्री का आना तय हुआ. प्रभात खबर ने 11 माह तक चले गुवारीडीह के घटनाक्रमों को एक मुहिम के रूप में लिया और प्रमुखता से खबर प्रकाशित करता रहा.