मां को डायन बताकर करता था प्रताड़ित, 9 वर्ष के भाई की कर दी थी निर्मम हत्या
भागलपुर में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि हत्या जैसे संगीन अपराध को अंजाम देकर बेलगाम अपराधी पिछले 7 महीने से पुलिस की गिरफ्त से फरार हैं, तो वही दूसरी ओर पीड़ित परिवार की गुहार पर न्यायालय को सुरक्षा गार्ड प्रदान करना पड़ता है, गौरतलब हो कि भागलपुर में एक मजदूर को पुलिस की सुरक्षा मिली है, वह ईट भट्ठे पर मजदूरी करता था गांव के दबंगों के डर से काम छोड़ रखा था अब वह जब भी काम पर जाएगा अपने साथ बिहार पुलिस का एक पिस्टल धारी सिपाही सुरक्षा के लिए मौजूद रहेगा। जगदीशपुर का रहने वाला ईट भट्ठा में काम करने वाला मजदूर संतोष को पटना के हाई कोर्ट में 20 जनवरी को एक बिहार पुलिस गार्ड मिल गया है जो अब उसकी रक्षा करेगा ।
नौ वर्ष के भाई की निर्मम हत्या
दरअसल भागलपुर के जगदीशपुर निवासी मजदूर संतोष कुमार की मां को गांव के कुछ दबंगों द्वारा डायन बताकर प्रताड़ित किया जाता था जिसके विरोध में संतोष ने केस दर्ज कराया, दबंगों द्वारा केस उठाने को लेकर दबाव बनाया गया लेकिन संतोष नहीं माना और फिर दबंगों ने उसके 9 साल के छोटे भाई की निर्मम हत्या कर दी, ताजा मामला भागलपुर शहर से तकरीबन 26 किलोमीटर दूर जगदीशपुर का है, 7 माह पहले जून 2022 में संतोष के छोटे भाई की निर्मम हत्या से पूरा इलाका सदमे में आ गया था इतनी बुरी तरीके से उसके भाई की हत्या की गई थी इसमें कुल 7 लोगों को आरोपी भी बनाया गया था जिसमें एक को ही गिरफ्तार किया जा सका है।
डायन बताकर मेरी मां को करता था प्रताड़ित
ईट भट्टा में काम करने वाला मजदूर संतोष ने बताया कि गांव के ही दबंगों ने मेरे 9 साल के भाई की हत्या कर दी थी वजह सिर्फ इतनी थी कि मेरी मां को सभी लोग डायन बोल कर प्रताड़ित करते थे और मैं इसके लिए थाने में केस दर्ज किया था साथ ही मेरा 9 बरस का भाई जगदीशपुर के दबंगों से इस बात को लेकर गिर गया था कि मेरी मां को आप लोग डायन कह कर प्रताड़ित क्यों करते हैं इसके चलते ही मेरे भाई की भी निर्मम हत्या कर दी गई थी।
मजदूर को मिला बिहार पुलिस का एक पिस्टल धारी सिपाही सुरक्षा के लिए
संतोष और उसकी मां काफी डरी सहमी रहती है संतोष का कहना है अभी तत्काल तो मुझे बिहार पुलिस के जवान सुरक्षा में मिल गए हैं लेकिन फिर भी डर बना हुआ है क्योंकि दबंग काफी अपराधिक किस्म के हैं वह कभी भी कुछ भी कर सकते हैं, मैं कई महीनों डर से अपना काम छोड़ दिया था जिसके चलते काफी आर्थिक तंगी भी आ गई अब गार्ड मिला है तो अब फिर से काम शुरू करूंगा।
इससे पहले अगस्त 2022 में भी मिला था मजदूर को गार्ड
एसपी डीएसपी तक न्याय की गुहार लगाते लगाते संतोष थक गया और पटना हाई कोर्ट पहुंचा जहां से पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया करवाया गया लेकिन अब तक अपराधी पुलिस की गिरफ्त से फरार हैं. संतोष के अनुसार उसके भाई की हत्या की घटना के बाद पिछले साल अगस्त में भी भागलपुर एसएसपी की ओर से सुरक्षा गार्ड मुहैया कराई गई थी लेकिन कुछ ही दिन के बाद उसे वापस ले लिया गया था।