जहान्वी चौक पर पुलिस पिकेट के पास घटी घटना
चाय बेचकर करता था मृतक अपने परिवार का भरण पोषण
नवगछिया : सोमवार की सुबह एक दर्दनाक घटना नवगछिया के जहान्वी चौंक हाईलेबल के समीप घटी जहां भागलपुर के प्रभात खबर प्रेस से अख़बार लेकर जा रहे अनियंत्रित कमांडर जीप ने किनारे खड़े एक चाय दुकानदार को रौंद डाला, जिससे चाय दुकानदार की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान इस्माईपुर थाना क्षेत्र के जहान्वी चौक, जयमंगल टोला के 47 वर्षीय अंभो मंडल पिता स्वर्गीय विश्वनाथ मंडल के रुप में की गई है। घटना बीते सोमवार की सुबह करीब 4:00 बजे जहान्वी चौक स्थित पुलीस चौकी के समीप की बताई जा रही है। घटना के संबंध में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चाय दुकानदार अम्भो मंडल रोजाना की तरह लगभग 4 बजे स्नान कर जहान्वी चौक पुलिस चौकी के सामने बने शिवालय में पूजा कर बगल में हीं स्थित अपने चाय की दूकान के सामने खड़ा था कि तभी भागलपुर की तरफ से आ रही बोलोरो पिकअप ने ओवरटेक करने के दौरान उल्टे साइड आकर चाय के दुकान के सामने खड़े चाय दुकानदार को रौंदते हुए निकल गई, जिससे मौके पर हीं उनकी मौत हो गई। जबकि बोलोरो पिकअप अनियंत्रि होकर 50 मीटर की दूरी पर सड़क से नीचे जाकर पलट गई।
3 घंटे तक परिजनों ने जहान्वी चौक पर विक्रमशिला सड़क मार्ग को किया जाम । इस घटना की सूचना तुरंत ही आसपास के दुकानदारों के द्वारा मृतक के परिजनों को दी गई। मृतक के परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर 3 घंटे तक विक्रमशिला सड़क मार्ग को जाम कर दिया। इस जाम में परिजनों के साथ-साथ आसपास के दुकानदार भी प्रशासन से मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। 3 घंटे तक सड़क जाम रहने के कारण विक्रमशिला सेतु पर भीषण जाम लग गया, जिसका असर सोमवार देर शाम तक विक्रमशिला सेतु पर देखा गया। इस्माइलपुर के थाना प्रभारी शशि भूषण कुमार और टी ओ पी पुलिस पदाधिकारी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ मृतक के एक रिश्तेदार आमापुर गांव निवासी जिला परिषद सदस्य राजकुमार मंडल की पहल से परिजनों को समझा बुझाकर शांत किया गया और जाम को खत्म कर आवागमन बहाल की गई। इसके साथ ही इस्माइलपुर पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा, जहां देर शाम पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया।
चाय की दुकान से चलती थी घर की रोजी-रोटी मृतक के घर में मचा कोहराम
बताया जा रहा है कि मृतक अंभो मंडल अत्यंत ही गरीब था, जो जहान्वी चौक स्थित टीओपी के सामने चाय का दुकान कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। जीवन यापन का जरिया यह चाय की दुकान ही थी जो मृतक के द्वारा चलाया जा रहा था। परिवार में एकमात्र मृतक ही कमाने वाला व्यक्ति था। मृतक को चार पुत्र हैं, आशीष कुमार 20 वर्ष, नीरज कुमार 18 वर्ष, दिलखुश कुमार 14 वर्ष, और पीयूष कुमार 10 वर्ष। मृतक की पत्नी मंजू देवी लाश पर दहाड़ मार कर रो रही थी। मृतक के घर में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों ने कहा की सरकार को परिवार को मदद और मुआवजा देना चाहिए जिससे गरीब का परिवार का भरण पोषण हो सकेगा ।