नवगछिया | अखिल भारतीय संतमत सत्संग के 111 वे वार्षिक महाअधिवेशन के अवसर पर प्रकाशित कि गई पुस्तक अखिल भारतीय संतमत सत्संग के 111 वें वार्षिक महा अधिवेशन के शुभ अवसर पर प्रकाशित पुस्तक महर्षि मेंही के सत्संग प्रवचन। इसमें महर्षि मेंही परमहंस जी महाराज के 60 सत्संग प्रवचनों का अनूठा संग्रह है। और संतमत की स्तुति विनती आरती और गुरु कीर्तन भी है।
पूज्य पाद महर्षि मेंही महाराज जी बीसवीं सदी के महान संत थे । वे जीवन भर देश में संतों के ज्ञान का प्रचार करते रहे। उनका ज्ञान पढ़ा हुआ या सुना हुआ ज्ञान नहीं था, बल्कि उन्होंने ध्यान अभ्यास करके संतो के ज्ञान का अनुभव भी कर लिया था। महर्षि मेंही के सत्संग प्रवचन नाम की इस पुस्तक में गुरुदेव के छोटे-छोटे 60 प्रवचन संकलित किए गए हैं । यह प्रवचन विभिन्न स्थानों और अवसरों पर दिए गए थे। इस पुस्तक के प्रकाशक और संकलनकर्ता संतमत सत्संग मंदिर नवगछिया के अध्यक्ष संतोष कुमार कनोडिया हैं।