Corona के निशाने पर सूबे के सभी स्मार्ट सिटी भी हैं। स्मार्ट शहरों यथा पटना, भागलपुर, बिहारशरीफ और मुजफ्फरपुर ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना के सर्वाधिक एक्टिव केस सूबे के इन्हीं चार स्मार्ट शहरों में हैं। ग्रोथ रेट के मामले में भी ये सभी शहर अन्य शहरों के मुकाबले आगे हैं। संक्रमितों का ग्राफ देखें तो इन शहरों की स्थिति सुधरने की जगह और बिगड़ती जा रही है। बस स्वस्थ होने वाले मरीजों का आंकड़ा सुकून देने वाला जरूर है।
पिछले तीन वर्षों से इन शहरों को स्मार्ट बनाने की कवायद चल रही है। केन्द्र सरकार की मंजूरी के बाद राशि भी आवंटित होने लगी। स्मार्ट सिटी में स्वास्थ्य व्यवस्था को भी स्मार्ट किया जाना था। योजना पर अगर पूरी तरह काम हुआ होता तो संभव है इन शहरों की स्थिति इतनी खराब नहीं हुई होती। हालांकि विशेषज्ञ डॉक्टरों की मानें तो संक्रमितों की संख्या में भले ही कोई अंतर नहीं आता मगर बेहतर स्वास्थ्य सेवा से एक्टिव संख्या को बढ़ने को रोका जा सकता है।
पटना को छोड़ दें मुजफ्फरपुर,भागलपुर और नालंदा में पिछले एक महीने में संक्रमितों की संख्या में जबर्दस्त इजाफा हुआ है। पटना शुरुआती समय से ही संक्रमितों की संख्या में आगे रहा। मुजफ्फरपुर तो मई के अंत तक सबसे सुरक्षित जिलों में शामिल था। मगर फिलहाल संक्रमितों की ग्रोथ रेट में पटना के बाद दसूरे नंबर पर है। कुल सैंपलों में संक्रमितों के मिलने की दर पटना में 25 से तीस फीसदी के बीच है तो मुजफ्फरपुर में औसत 40 फीसदी है। पिछले सप्ताह भर में कई दिन यह आंकड़ा पचास फीसदी से भी आगे चला गया। जिले में 80 सैंपलों की रिपोर्ट में 42 केस तक मिल चुके हैं। पटना और भागलपुर की स्थिति भी कमोवेश एक जैसी ही है।
आंकड़ों की मानें तो पिछले पंद्रह दिनों में शहरी इलाकों में गांवों से अधिक संक्रमित मरीज मिले हैं। वीआईपी संक्रमित भी सबसे अधिक इन्हीं शहरों में मिले हैं। राजनेता और अधिकारियों में पटना अव्वल है जबकि चिकित्सकों और उनके परिजनों के संक्रमित होने में मुजफ्फरपुर अव्वल है। मुजफ्फरपुर शहर में अब तक तीस से अधिक डॉक्टर संक्रमित हो चुके हैं। परिजनों और उनके क्लीनिकों में काम करने वालों की संख्या जोड़ दें तो यह आंकड़ा डेढ़ सौ के पार हो जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के जिले के टॉप फाइव अधिकारी संक्रमित हो चुके हैं। कंटेनमेंट जोन तो लगातार बढ़ाए ही जा रहे हैं अब सभी सभी स्मार्ट शहरों में एक बार फिर से लॉकडाउन लागू करने की तैयारी चल रही है।
संक्रमण की दर चिंताजनक मगर स्मार्ट सिटी से सीधा संबंध नहीं
सूबे या फिर सभी स्मार्ट सिटी में कोरोना संक्रमण की रफ्तार चिंताजनक है। सरकार इस पर लगातार काम कर रही है। रिकवरी रेट बेहतर है। बस संयोग है कि समार्ट सिटी में संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। इसका सीधा इससे कोई संबंध नहीं है। मैं तो लगातार खुद सड़क पर उतर कर सैनेटाइजेशन और सफाई कार्य में लगा हूं। अधिकारी भी निर्देशित किए गए हैं। सभी जिलों में बेहतर काम हो रहा है।
सुरेश शर्मा , नगर विकास एवं आवास मंत्री, बिहार सरकार
जिला कुल केस ठीक हुए मौत सक्रिय केस
पटना 1397 625 12 825
भागलपुर 720 452 05 201
बिहारशरीफ 369 217 03 172
मुजफ्फरपुर 526 363 05 143