- नर्स ने कर दिया था चलता
नवगछिया – नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में चिकित्सक व कर्मी की लापरवाही से प्रसव पीड़ित महिला ने अस्पताल परिसर में पेड़ के नीचे नवजात शिशु को जन्म दिया. महादलित महिला नवगछिया के बुधो रविदास की पत्नी लक्ष्मी देवी थी. इस संबंध में पीड़ित महिला के परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि लक्ष्मी देवी को प्रसव पीड़ा दिन के 10 बजे आरंभ हुआ. उसे इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल नवगछिया में भर्ती करवाया.
मौके पर मौजूद महिला चिकित्सक ने प्रसव पीड़ित महिला को देखा कर दिन के साढे तीन बजे प्रसव पीड़ित महिला को अस्पताल से यह कहकर भेज दिया कि अभी प्रसव नहीं होगा. महिला प्रसव कक्ष से बाहर निकलकर जैसे ही अस्पताल परिसर में लगे पेड़ के पास पहुंची तो उसे काफी दर्द होने लगा जिसके बाद वह वहीं बैठ गई कुछ देर बाद आसपास और साथ में आई महिलाओं ने कपड़े से उसे घेर लिया जिसके बाद महिला ने पेड़ के नीचे ही बच्चे को जन्म दे दिया.
शिशु के जन्म देने के पश्चात दर्द से आधा घंटा तक तड़पती रही. किंतु कोई भी देखने नहीं आया. परिजनों व अस्पताल में मौजूद लोगों के हंगामा करने के बाद प्रसव पीड़ित महिला को नवजात शिशु सहित टहलाते हुए महिला वार्ड तक ले गया. जबकि अस्पताल में स्टेचर की सुविधा भी है. इसके बाद परिजनों ने मौके पर हंगामा किया परिजनों का आरोप था कि ना तो एंबुलेंस दी गई ना तो स्ट्रेचर की कोई व्यवस्था दी गई उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल की लचर व्यवस्था से कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है. नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के अस्पताल उपाधीक्षक अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि महिला को प्रीमेच्योर डिलीवरी था जो 5 महीने का था जिसका अल्ट्रासाउंड करवा कर देखा गया था ऐसी स्थिति में ऑपरेशन करना पड़ता है, जिस कारण उसे मायागंज रेफर कर दिया गया था जो वहां नहीं गई.