नारायणपुर : सरकार ने शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए सीएचसी नारायणपुर को अपडेट किया है, लेकिन इसकी पूरी सुविधा रोगी को नहीं मिल पाता है। इसकी बानगी सोमवार देखने के लिये मिला। ममता कुमारी का नवजात एंबुलेंस के अभाव में दम तोड़ बैठा । ममता कुमारी खरीक प्रखंड के खैरपुर गांव संजय कुमार की पत्नी है। वह अपने नैहर चकरामी गांव आई हुई थी। प्रसव के लिए सीएचसी नारायणपुर में भर्ती करवाया गया । प्रसव सुरक्षित हुआ । इसके बाद नवजात की स्थिति बिगड़ने लगी तो पीएचसी नारायणपुर से बेहतर इलाज के लिए रेफर किया।
लेकिन उसे मायागंज ले जाने के लिए वहां एंबुलेंस मौजूद नहीं था। जिसके कारण वह मायागंज अपने बच्चों को नहीं ले जा सकी। पीएचसी नारायणपुर में ही नवजात की मौत हो गई । प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विनोद कुमार ने कहा कि एक एंबुलेंस रोगी को छोड़ने के लिए भागलपुर गया था दूसरा एंबुलेंस भ्रमरपुर से लौट रहा था कि बीरबन्ना हाइवे 31 चौक पर एंबुलेंस का टायर ब्लास्ट हो गया जिसके कारण वह एंबुलेंस समय पर पीएचसी नहीं पहुंच सका और नवजात को बेहतर इलाज के लिए नहीं ले जाया जा सका ।