नवगछिया – एक फरवरी अंगिका दिवस के अवसर पर नवगछिया के जय मंगल टोला स्थित अंगिका साहित्य विकास समिति के कार्यालय परिसर में सर्व भाषा कवि सम्मेलन और साहित्य गोष्ठी का आयोजन ध्वनि वैज्ञानिक डॉ रमेश मोहन शर्मा आत्मविश्वास के संयोजक में किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन डॉक्टर लखन लाल सिंह आरोही ने किया. मुख्य अतिथि के रूप में महेंद्र प्रसाद निशा कर हीरा प्रसाद हरेंद्र थे. मंच संचालन कवि श्रवन बिहारी कर रहे थे.
इस अवसर पर आयोजित समारोह की अध्यक्षता डॉ आर प्रवेश ने किया. समारोह में त्रैमासिक पत्रिका अंगिका चल का लोकार्पण अतिथियों द्वारा किया गया. जबकि मौके पर 23 साहित्यकारों और कवियों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित भी किया गया. इस अवसर पर डॉ रमेश मोहन शर्मा आत्मविश्वास ने अपने संबोधन में कहा कि अंगिका भाषा काफी पुरानी भाषा है.
इस भाषा का अब ध्वनि विज्ञान भी मौजूद है इसलिए सभी साहित्यकारों को अंगिका के वैज्ञानिक वर्तनी का प्रयोग लिखने और बोलने में करना चाहिए. कवि सम्मेलन सत्र में कई कवियों ने अपने रचनाओं के माध्यम से कभी समाज की विसंगतियों पर चोट किया तो कभी हास्य रस की प्रस्तुति कर लोगों को लोटपोट कर दिया.
इस अवसर पर डॉ ब्रह्मदेव ब्रह्म, डॉ विलक्षण विभूति, भोला कुमार बागवानी, सच्चिदानंद किरण, कपिल देव कृपाला, गुलशन कुमार, मोहित चंद केसरी, मीरा पाल, शबनम देवी, महेंद्र प्रसाद निशाकर, अंजनी कुमार सुमन, हीरा प्रसाद हरेंद्र, सरयुग कुमार पंडित, विनय कुमार दर्शन, डॉ मीरा झा, मनोज कुमार माही, आयोजक रत्नेश शर्मा अंकज आदि की भी भागीदारी रही.