


किसान सलाहकार अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इस कारण ई किसान भवन एवं पंचायत कृषि कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहता है। किसान अपनी समस्याओं को लेकर आते हैं। और किसान सलाहकार से भेट नहीं होने पर मायूस होकर लौट जाते हैं। किसान सलाहकार के हड़ताल पर चले जाने से कृषि विभाग पूरी तरह कार्य ठप पड़ा हुआ है। किसान सलाहकार राजीव कुमार ने बताया कि.

किसान सलाहकार कृषि विभाग की सारी योजनाओं के लक्ष्य को पूरा करता है। इसके अतिरिक्त भी 36 तरह के काम करता है मगर सरकार 13 वर्षों से काम लेने के बाद भी किसान सलाहकार के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है और अभी तक सरकारी कम कर्मी का दर्जा नहीं दिया है । किसान सलाहकार अभी तक महंगाई के इस दौर में अल्प मानदेय मात्र 13000 में कार्य को कर रहे हैं।मांग पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी कल से सभी किसान सलाहकार पटना दो दिवसीय धरना पर जा रहे हैं ।
