भागलपुर: जिले में सड़क दुर्घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला कहलगांव थाना क्षेत्र का है, जहां थाना से मात्र 300 मीटर की दूरी पर एक युवक को ओवरलोड ट्रक ने रौंद दिया। घटना के दौरान युवक का एक पैर कटकर अलग हो गया और वह बुरी तरह से जख्मी हो गया। घायल युवक मदद की गुहार लगाता रहा, लेकिन स्थानीय लोग उसका वीडियो बनाते रहे।
किसी तरह, युवक ने अपने मोबाइल से परिजनों को फोन कर घटना की जानकारी दी। परिजन ने पुलिस को फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद परिजनों ने 112 को कॉल किया। 30 मिनट बाद 112 की टीम घटनास्थल पर पहुंची और युवक को अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में लापरवाही का आलम यह था कि घायल युवक अस्पताल के बाहर पड़ा रहा और कोई डॉक्टर बाहर नहीं आया। युवक की मृत्यु हो गई और कुछ देर बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक की पहचान अनादीपुर निवासी दयानंद झा के रूप में हुई है। वह कहलगांव के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में गार्ड की नौकरी करता था। युवक की मृत्यु के बाद गुस्साए परिजनों ने पांच घंटे तक मुख्य सड़क मार्ग एनएच 80 को जाम कर दिया। घटनास्थल पर पहुंचे थाना अध्यक्ष, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सीईओ, डीसीएलआर ने काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन मुआवजा, ट्रक पर कार्यवाही और अस्पताल प्रभारी के सस्पेंशन की मांग पर अड़े रहे।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने कार्रवाई करते हुए कई ओवरलोड ट्रक और हाइवा को जब्त किया। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर भेजा गया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस सड़क पर सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक बड़ी गाड़ियों के परिचालन पर रोक लगाई जाए।
ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन ओवरलोड गाड़ियों से अवैध वसूली कर उन्हें जाने देता है, जिससे इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं। लगभग एक महीने पहले भी कहलगांव थाना अंतर्गत अनादीपुर में एक नाबालिग को ओवरलोड ट्रक ने रौंद दिया था, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी।
ग्रामीणों ने मांग की है कि इस सड़क पर ओवरलोड वाहनों का परिचालन बंद किया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके। अब देखना यह होगा कि ओवरलोड वाहनों पर कब कार्रवाई होती है और कब तक स्थानीय लोग ऐसी सड़क दुर्घटनाओं के शिकार होते रहेंगे।