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भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर हिंदी विभाग के छात्र-छात्राएं पिछले तीन दिनों से अपने प्रोफेसर दिव्यानंद देव के तबादले के खिलाफ अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे हैं। इस दौरान कई छात्राओं की हालत गंभीर हो गई, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए भागलपुर के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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दरअसल, 31 जनवरी को दिव्यानंद देव के जन्मदिन पर विभाग में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें छात्र-छात्राओं के दबाव में प्रोफेसर साहब ने कृत्रिम तलवार से केक काटा और कुछ छात्र-छात्राएं डांस कर रहे थे। इसके बाद कुलपति ने एक जांच कमेटी का गठन किया, और रिपोर्ट के आधार पर प्रोफेसर का तबादला नारायणपुर कॉलेज कर दिया गया।
हालांकि, कमेटी के एक सदस्य का ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने शिक्षक के तबादले का दावा किया था। इस ऑडियो में यह भी सामने आया कि पूर्व रजिस्टर विकास चंद्रा और कर्मचारियों के साथ हुई मारपीट को उक्त सदस्य ने खत्म कर दिया और कर्मचारियों को निर्दोष करार दे दिया।
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ऑडियो के वायरल होने के बाद छात्र-छात्राओं ने इसका विरोध करना शुरू किया और अब प्रोफेसर के तबादले के बाद अनशन पर बैठ गए हैं। प्रदर्शनकारी छात्राओं का कहना है कि अगर कोई गलती हुई है तो उसकी सजा उन्हें मिलनी चाहिए, ना कि उनके प्रोफेसर को।