नवगछिया । भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून के तत्वाधान में जलज परियोजना के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय सर्पदंश जागरूकता दिवस के अवसर पर इस्माइलपुर के नारायणपुर लक्ष्मीपुर पंचायत के दुर्गा हाट सूरज क्लेसेस में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में जलज परियोजना के सहायक समन्वयक राहुल कुमार राज ने सर्पदंश के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए कहा कि इस विषय पर जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि यदि किसी को सांप काटता है, तो घबराने की आवश्यकता नहीं है। आज की मेडिकल साइंस ने इतनी तरक्की की है कि समय पर उपचार मिलने पर व्यक्ति को आसानी से बचाया जा सकता है।
उन्होंने सर्पदंश के लिए उपयोग होने वाली एंटी स्नेक वेनम की जानकारी देते हुए बताया कि यह सभी चिकित्सालयों में उपलब्ध है। सर्पदंश के लक्षणों में काटने वाली जगह पर दो घाव के निशान, हाथ-पैरों में सुन्नपन, तेज दर्द, उल्टी, सांस लेने में कठिनाई, काटने वाली जगह पर लाली और अत्यधिक पसीना आना शामिल हैं।
राहुल कुमार ने यह भी बताया कि घाव को बर्फ या पानी से नहीं धोना चाहिए और दबाव बनाकर खून को रोकने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। इसके बजाय, पीड़ित को सांत्वना देना महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम का उद्देश्य सर्पदंश के प्रति जागरूकता फैलाना और लोगों को सही जानकारी प्रदान करना था।