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भागलपुर/निभाष मोदी

अब एक ही मैदान पर मिनटों में बदल सकेगा पिक

पावरप्ले ओवर के तर्ज पर पावर पिच प्ले ओवर जल्द होगा क्रिकेट जगत में शामिल

भागलपुर। कहते हैं ना इरादे अगर नेक हों तो मंजिल अवश्य मिलती है ऐसा ही कुछ कर दिखाया है भागलपुर के लाल ने, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जगत में एक बड़ा बदलाव लाने का सोचा और उसका यह मॉडल पेटेंट भी हो चुका है, क्रिकेट जगत में एक बड़ी क्रांति लाने के लिए भागलपुर का एक युवक वर्षों से लगा हुआ था।

पावर प्ले ओवर के तर्ज पर अब खिलाड़ी ले सकेंगे पावर पिच प्ले ओवर

पहले खिलाड़ी पावरप्ले ओवर लेते थे लेकिन अब वह पावर पिच प्ले ओवर भी ले सकेंगे जिसमें पिच मिनटों में चेंज हो जाएगा अब एक ही मैदान में विभिन्न तरह के क्रिकेट के पिच पर खिलाड़ी खेल सकेंगे ऐसा ही कुछ कर दिखाया है भागलपुर नाथनगर निवासी राकेश प्रियदर्शी ने ।

वर्षों का मेहनत अब हो रहा साकार

इस प्रोजेक्ट पर राकेश प्रियदर्शी ने वर्षों समय खपाया तब जाकर उनके इस प्रोजेक्ट को भारत सरकार के पेटेंट विभाग ने मंजूरी दी और इसमें आईआईटी पटना जल्द सहयोग शुरू कर देगी इसमें केंद्र सरकार के निधि ईआईआर के सहयोग से मॉडल बनाने के लिए फंड भी मुहैया कराया जा रहा है, भारत सरकार के द्वारा इस आइडिया को पेटेंट करने के बाद राकेश दिन रात एक कर इस प्रोजेक्ट में भिड़ गए हैं राकेश एक अच्छे क्रिकेटर खिलाड़ी भी हैं उन्हें मन में यह आईडिया आया फिर इस आईडिया पर 2016 से काम शुरू किया और उन्होंने 2016 में इस मॉडल को पेटेंट फाइल कर दिया वहीं 2020 में रिक्वेस्ट फॉर एक्सपेरिमेंटेसन फाइन 2020 में फाइल किया उसके बाद 25 जनवरी 2023 को यह आईडिया केंद्र सरकार ने पेटेंट कर लिया।

मैदान पर पिच मिनटों में कैसे बदलेगा

भागलपुर के राकेश ने बताया कि उनके इस मॉडल में मैदान में बीच वाले स्थान पर जमीन के नीचे एक बड़ा और लंबा रोलर लगा रहेगा जिसके चारों ओर अलग-अलग पिच बने रहेंगे और जैसे ही रोलर घूमेगा यह पिच बदल जाएगा साथ ही उन्होंने बताया कि इस तरह के मॉडल में दुनिया के विभिन्न जगहों की मिट्टी को लाकर बेहतरीन पिच बनाया जा सकता है खेल के दौरान अगर पिच खराब हो जाए तो उसे भी बदला जा सकता है।

क्रिकेट जगत में जल्द दिखेगा बड़ा बदलाव

हालांकि इसका वर्किंग मॉडल अभी नहीं बना है लेकिन कांसेप्ट नया है और इस कांसेप्ट को भारत सरकार ने पेटेंट कर लिया है जल्द अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यह बदलाव देखने को मिलेगा और आकर्षक भी रहेगा मॉडल में सबसे बड़ी खासियत यह है कि जिस देश का पिक चाहिए उस देश के मिट्टी से बनाया हुआ पिच आपको मिनटों में मिलेगा और उस पर आप खेल पाएंगे।

कई विभागों ने इस मॉडल का किया तारीफ, अब कर रहे सहयोग

राकेश के इस मॉडल को लेकर इनक्यूबेशन सेंटर आईआईटी पटना के सहयोग से काम हो रहा हैं जिसे केंद्र सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग प्रायोजित कर रही है गौरतलब हो कि राकेश के इस प्रोजेक्ट से प्रभावित होकर उन्हें 30 हजार रुपये प्रति माह विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग से मिला है साथ ही प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए दस लाख रुपये भी दिए गए हैं।

परिवार के लोग भी कर रहे हैं भरपूर सहयोग

राकेश प्रियदर्शी भागलपुर नाथनगर के रहने वाले हैं राकेश के पिता विजय प्रसाद यादव सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर है वही माता नीलम देवी ग्रहणी है और महिला शांतिदूत की प्रमुख भी हैं राकेश के परिवार वाले भी इन्हें भरपूर सहयोग कर रहे हैं।

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