बिहार का यह पहला विश्वविद्यालय बना जहां अतिथियों द्वारा जल अर्पण करा कर कार्यक्रम की हुई शुरुआत
भागलपुर। कृषि विश्वविद्यालय भागलपुर में एक अनूठी पहल देखने को मिली जो बिल्कुल अलग थी और संदेश देने वाली थी कृषि विश्वविद्यालय सबौर में जल अर्पण कार्यक्रम से हुई दीक्षांत समारोह की शुरुआत बिहार में यह पहला विश्वविद्यालय बना जहां जल अर्पण कार्यक्रम से कार्यक्रम की शुरुआत की गई, गौरतलब हो कि 11 अप्रैल बुधवार को भागलपुर के बिहार कृषि विश्वविद्यालय में सातवां दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया था जिसमें महामहिम राज्यपाल कृषि मंत्री महामहिम राज्यपाल के.
प्रधान सचिव दिल्ली से आए उद्यान के उपाध्यक्ष के अलावा कई गणमान्य लोग उपस्थित थे ,इस कार्यक्रम की शुरुआत काफी रोचक और अनोखे ढंग से किया गया जो कि अभी तक पूरे बिहार में किसी भी विश्वविद्यालय में इस प्रकार से कार्यक्रम की शुरुआत नहीं की गई है कार्यक्रम में आमतौर पर दीप प्रज्वलन कर फीता काटकर नारियल फोड़कर पुष्पगुच्छ व अंग वस्त्र देकर पौधा देखकर कार्यक्रम की शुरुआत की जाती है लेकिन बिहार कृषि विश्वविद्यालय भागलपुर ने एक अनूठा इतिहास रच डाला,
कार्यक्रम की शुरुआत में उद्घाटन बड़े ही रोचक तरीके से की गई कार्यक्रम का थीम था जल जीवन हरियाली उसको लेकर एक घड़े में सभी मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथि एवं अन्य अतिथियों ने जल का अर्पण कर इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई , इस जल अर्पण के लिए कई नदियों से एवं कई क्षेत्रों से जल को एकत्रित किया गया था यह कार्यक्रम बिल्कुल अनूठा था और एक संदेश देते हुए कार्यक्रम की शुरुआत हुई । कहा जाता है जल है तो हरियाली है हरियाली है तो जीवन है इसलिए जीवन के लिए जल का होना अति आवश्यक है उसे संयोग कर रखने एवं बर्बाद ना करने की शपथ लेते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की गई वही इस अनूठे कार्यक्रम के शुरुआत को लेकर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा यह बिहार का पहला विश्वविद्यालय है जहां जल अर्पण कर किसी कार्यक्रम की शुरुआत कराई गई है।