नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में आरटीपीसीआर कराने वाले कुल 700 लोगों की रिपोर्ट पेंडिंग है। दूसरी तरफ नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में सीमित मात्रा में रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में कई ऐसे रोगी हैं जिनकी हालत खराब है और वे रिपोर्ट के इंतजार में हैं। दिनों दिन ऐसे लोगों की स्थिति खराब हो रही है।
जब ऐसे लोग अपने रिपोर्ट के बारे में अनुमंडल अस्पताल में पता करने जाते हैं तो उन्हें किसी प्रकार की सूचना नहीं मिल पाती है। जानकारी मिली है कि पिछले 10 दिनों में किए गए कुल आरटीपीसीआर जांच में 50 फ़ीसदी लोगों की ही रिपोर्ट आई है।
नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक राजू प्रधान ने कहा कि उनके पास 17 अप्रैल तक का अपडेट आ गया है लेकिन अभी तक पोर्टल पर 12 और 13 अप्रैल तक का रिपोर्ट है अपडेट किया गया है। जबकि 12:00 13 अप्रैल से 17 अप्रैल तक जांच कराने वाले कई ऐसे लोग हैं जिनकी रिपोर्ट अब तक नहीं आई है।
जिसके कारण सक्षम लोग निजी जांच घरों की ओर अपना रुख कर रहे हैं तो दूसरी तरफ आम लोग आरटीपीसीआर करवाना नहीं चाह रहे हैं। ज्यादातर लोग एंटीजन कीट से ही तुरंत रिपोर्ट जानना चाह रहे हैं जो सीमित मात्रा में ही हो रहा है। नवगछिया अस्पताल के प्रबंधक राजू प्रधान ने बताया कि शनिवार तक सिर्फ एंटीजन टेस्ट ही होना है।
शुक्रवार को भी एक सौ से अधिक लोगों का एंटीजन टेस्ट ही किया गया है। उन्होंने कहा कि टेस्ट के संदर्भ में रोजाना जिला से उन लोगों को आदेश प्राप्त होता है और उसके आधार पर वे लोग जांच करते हैं। सात सौ से अधिक लोगो के किए गए आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट अब तक नहीं आई है। जांच रिपोर्ट के आने में हो रही देरी के कारण मरीजों का समुचित इलाज नही हो पा रहा है।
पिछले 17 अप्रैल के बाद अनुमंडल अस्पताल में जिन लोगो का आरटीपीसीआर जांच किया गया है उसकी रिपोर्ट नहीं आई है।मालूम हो कि अनुमंडल अस्पताल में पहले एक सौ या उससे अधिक लोगों का आरटीपीसीआर जांच किया जा रहा था। लेकिन चार पांच दिनों से किए गए मरीजों की जांच महज 80 मरीजों का आरटीपीसीआर जांच किया जा रहा है। जांच रिपोर्ट में हो रही देरी सर्दी खांसी बुखार जैसे लक्षण वाले मरीजों के लिए घातक सिद्ध हो रहा है।
एसे मरीजों का समुचित इलाज नहीं हो पा रहा है। कई लोग ऐसे भी है जिनके एंटीजन किट से हुए जांच में रिपोर्ट निगेटिव है लेकिन कोरोना के सभी लक्षण उसमें है।
जांच रिपोर्ट पेंडिंग पड़ी हुई है।