झंडापुर के दो व्यक्ति पर पुत्र की हत्या करने का लगाया आरोप
नवगछिया। विगत 21 फरवरी को झंडापुर ओपी क्षेत्र अंतर्गत अरसंडीह ढाला के पूरब रेलवे ट्रैक से कुछ दूरी पर झंडापुर ओपी क्षेत्र के औलियाबाद निवासी कंपनी सिंह के पुत्र नीतीश कुमार अधमरा हालत में मिला था। जिसकी ईलाज के लिए जाने के दौरान मायागंज अस्पताल भागलपुर में मौत हो गई थी। मामले में घटना के तीसरे दिन मृतक के पिता कंपनी सिंह ने झंडापुर थाना में आवेंदन देकर हत्या का केस दर्ज कराया है। आवेंदन में लिखा है कि घटना की रात परिवार में श्राद्ध कर्म था। जिसको लेकर मृतक नीतीश देर रात तक भोज के आयोजन में मौजूद था। वही परिवार वालों के द्वारा अगले दिन मछली का भोज करने की बात पर विचार के बाद नीतीश मछली खरीदने झंडापुर निवासी रतन चौधरी पिता स्व त्रिशूल चौधरी के जलकर पर ग़या था। आवेंदन में लिखा है कि मछली खरीदने के क्रम में रतन चौधरी पिता स्व त्रिशूल चौधरी और मनोज चौधरी पिता स्व अधिकलाल चौधरी से किसी बात को लेकर विवाद हुआ। इसी आवेश में आकर रतन चौधरी और मनोज चौधरी दोनो ने मिलकर लाठी और कुल्हाड़ी के बट से हत्या करने की नीयत से सिर पर प्रहार कर अधमरा कर दिया। वही मरा हुआ समझकर दोनो ने मेरे पुत्र को जलकर से 500 मीटर की दूरी पर रेल ट्रैक समीप फेंक दिया। जिससे घटना ट्रेन हादसा लगे। वही लिखा है कि नीतीश के घर लौटने में देरी होने पर जब हमलोग जलकर पर पहुंचे तो रतन और मनोज उत्तर दिशा की ओर भाग रहे थे। वही उक्त जलकर का रखवाला औलियाबाद के गोरेलाल सिंह भी भागने लगा। वही जब घायल पुत्र के पास पहुंचा तो नीतीश ने हल्के आवाज में दोनो व्यक्ति का नाम बताया। आवेंदन में मृतक के पिता ने लिखा है कि हमें पूर्ण विश्वास है कि मेरे पुत्र को रतन और मनोज ने ही मारपीट कर फेंक दिया।
दाह संस्कार में व्यस्त रहने के कारण घटना के दिन आवेंदन देकर केस दर्ज नही कर सके थे। वही 24 फरवरी को आवेंदन देकर कांड दर्ज कराया। परिजनों ने नवगछिया एसपी से इस मामले का उद्भेदन व कांड में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। ज्ञात हो कि बीते 21 फरवरी की सुबह झंडापुर अरसंडीह रेलवे ढाला से पूरब नीतीश मरणासन्न स्थिति में परिजनों को मिला था। घायलावस्था में बिहपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से उसे मायागंज अस्पताल भागलपुर रेफर किया गया था जहां पहुंचते ही नीतीश की मौत हो गई थी। मामले को लेकर झंडापुर थाना में पुलिस की ओर से यूडी केस दर्ज किया गया था। वही 24 फरवरी को मृतक के पिता कंपनी सिंह ने आवेंदन देकर दो नामजद अभियुक्त पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है। घटना के बाद परिजनों के घर मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। परीजन समेत ग्रामीण अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।