कुलपति ने लिया लॉ के अभ्यर्थियों का इंटरेक्शन, पोस्टिंग जल्द।
भागलपुर। बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग (बीएसयूएससी) पटना द्वारा तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के लिए लॉ विषय में चयनित असिस्टेंट प्रोफेसर पद के अभ्यर्थियों का इंटरेक्शन मंगलवार को कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने अपने कार्यालय वेश्म में लिया।
टीएमबीयू के पीआरओ डॉ दीपक कुमार दिनकर ने बताया कि.
कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने विधि विषय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए चयनित सभी अभ्यर्थियों से बारी-बारी से इंटरेक्शन किए। इंटरेक्शन के दौरान वीसी ने असिस्टेंट प्रोफेसर पद के सभी अभ्यर्थियों से उनके व्यक्तिगत इन्फॉर्मेशन, शैक्षणिक योग्यता, विशेषज्ञता आदि से जुड़े सवाल किए। साथ ही पढ़ाने के तरीके और पूर्व के अनुभव की भी उन्होंने जानकारी ली।
इंटरेक्शन की पहली अभ्यर्थी मुक्ति जायसवाल से कुलपति प्रो. लाल ने कांस्टीच्यूशनल लॉ, लेटेस्ट संविधान संशोधन, कामर्शियल लॉ, कम्पनी लॉ, एग्रीमेंट, कांट्रेक्ट के अलावे उनके पीएचडी के टॉपिक आदि से जुड़े सवाल किए। मुक्ति जायसवाल पूर्व से अहमदाबाद के एक विश्वविद्यालय में लॉ फैकल्टी के रूप में कार्यरत हैं।
सुनीता कुमारी से वीसी ने मोटर वेकिल्स एक्ट, एक्सिडेंशिएल प्रावधान, पीएचडी टॉपिक आदि से जुड़े सवाल पूछे।
तीसरे अभ्यर्थी रमा शंकर से कुलपति ने उनके पीएचडी टॉपिक सहित ह्यूमन राइट्स, पोस्को एक्ट के प्रावधान, सजा आदि से जुड़े सवाल किए।
वहीं अभ्यर्थी प्रशांत कुमार से वीसी ने क्रिमीनल लॉ, इंटरनेशनल लॉ, गबन और धोखाधड़ी मामले में कानूनी एक्ट, आईपीसी की धाराएं आदि से सवाल किए।
चन्द्र शेखर आज़ाद से वीसी ने उनके पीएचडी के टॉपिक चाइल्ड लेबर एक्ट, कम्पनी एक्ट, भारत में सक्रिय रूप से चाइल्ड लेबर पर काम करने वाली संस्था का नाम सहित कई सवाल पूछे।
पटना से आयी बबिता कुमारी से कुलपति ने उनके पीएचडी के टॉपिक से जुड़े सवाल पूछे। साथ ही केंद्र-राज्य के बीच वित्तीय सम्बन्ध, निजता का अधिकार के बारे में जानकारी ली। वीसी ने बबिता से पूछा कि एडुकेशन संविधान के किस सूची में शामिल है।
जबकि अंतिम उम्मीदवार के रूप में गया से आयी बिन्नी कुमारी से कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने वीमेंस इम्पावरमेंट, संविधान की धाराएं, संवैधानिक प्रावधान, भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं आदि से जुड़े सवाल किए।
कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने बताया कि इंटरेक्शन में अभ्यर्थियों के परफॉर्मेंस के आधार पर लॉ के पीजी विभाग और टीएनबी लॉ कॉलेज में शिक्षकों की जल्द पोस्टिंग की जाएगी। कुलपति ने सभी अभ्यर्थियों से कर्तव्यनिष्ठता, ईमानदारी, तत्परता और अपडेट नॉलेज के साथ पठन-पाठन और रिसर्च का कार्य करने की अपील की है। इस दौरान वीसी ने कहा कि शिक्षण का पेशा दुनिया का सबसे बेहतरीन और सम्मानित पेशा है। शिक्षक समाज के दर्पण होते हैं। साथ ही वे राष्ट्र के निर्माता भी होते हैं। सामाजिक परिवर्तन और राष्ट्र की प्रगति में शिक्षकों की अग्रणी भूमिका होती है। उन्होंने नए शिक्षकों से पूर्ण डेडिकेशन के साथ अध्यापन कार्य करने की अपील की है।
पीआरओ डॉ दीपक कुमार दिनकर ने बताया कि टीएमबीयू के लिए लॉ विषय में बीएसयूएससी से सहायक प्रोफेसर पद के लिए कुल नौ अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। जिसमें से मात्र सात अभ्यर्थी ही काउंसिलिंग में उपस्थित हो सके। दो अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। पीआरओ ने बताया कि लॉ विषय में चयनित अभ्यर्थी मुक्ति जायसवाल, सुनीता कुमारी, रमा शंकर, प्रशांत कुमार, चन्द्र शेखर आजाद, बबीता कुमारी और बिन्नी कुमारी ने काउंसिलिंग और इंटरेक्शन में भाग लिया।
वहीं हिन्दी विषय के अभ्यर्थियों की भी काउंसिलिंग सिंडिकेट हॉल में हुई। काउंसिलिंग के दौरान सभी चयनित अभ्यर्थियों के शैक्षणिक कागजातों के साथ-साथ एसपी द्वारा निर्गत चरित्र प्रमाण पत्र, सिविल सर्जन द्वारा जारी मेडिकल सर्टिफिकेट सहित अन्य आवश्यक कागजातों का सत्यापन कमिटी द्वारा किया गया।
दोनों विषयों के काउंसिलिंग के दौरान रजिस्ट्रार डॉ गिरिजेश नंदन कुमार, मानविकी संकाय के डीन डॉ यूके मिश्रा, हिंदी की पीजी हेड डॉ नीलम महतों, लॉ के पीजी हेड डॉ धीरज मिश्रा, डीओ अनिल सिंह एवं सामान्य शाखा के एसओ सहित सहायक उपस्थित थे।
शिक्षक मिलने के बाद टीएनबी लॉ कॉलेज के फिर से बहुरेंगे दिन।
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने कहा कि बीएसयूएससी पटना से लॉ विषय में चयनित असिस्टेंट प्रोफेसर की टीएमबीयू में नियुक्ति हो जाने के और बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) से अनुमति मिलने के बाद फिर से टीएनबी लॉ कॉलेज में नामांकन का रास्ता साफ हो जाएगा।
वर्तमान में टीएनबी लॉ कॉलेज शिक्षकों की कमी से जूझ रहा था।
शिक्षकों की नियुक्ति के बाद टीएनबी लॉ कॉलेज के दिन बहुरेंगे।