भागलपुर/ निभाष मोदी
*पदाधिकारियों के समझाने के बावजूद अभिभावक कर रहे हैं रतजगा, अब नामांकन प्रक्रिया पहले आओ पहले पाओ की नहीं रही अब नामांकन होगा लॉटरी सिस्टलॉटरी
महिलाएं कर रही रतजगा
भागलपुर, राज्य सरकार बच्चों को स्कूल भेजने के लिए कई तरह के कार्यक्रम चला रही है। वही अब बच्चों की मां भी अपने बच्चों के एडमिशन के लिए रतजगा कर रही हैं, की उनके बच्चे का एडमिशन हो जाए और उनका बच्चा भी पढ़ लिखकर बड़ा आदमी बन सके। भागलपुर समाहरणालय गेट के सामने स्थित बजरंगबली मंदिर के सामने 100 की संख्या में महिलाएं बैठी हुई है।
फॉर्म भरने की जद्दोजहद में 12 घंटों से कतार बद्ध हैं महिलाएं
दरअसल बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर अनुसूचित जाति आवासीय विद्यालय में अपने बच्चों को एडमिशन दिलाने के लिए अभिभावक रतजगा कर रहे हैं, मंगलवार की रात को भागलपुर समाहरणालय गेट पर लगभग 90 से 100 महिलाएं लाइन लगाकर खड़ा हुए देखा गया ,सुबह इन लोगों को डीआरडीए में फॉर्म जमा करना है इसमें से कुछ लोग जिले के बाहर से भी आए हुए हैं । सभी महिलाएं तकरीबन 12 घंटे से लाइन में कतार बद्ध हैं वह रात भर जल्दी नामांकन कराने को लेकर समाहरणालय गेट के पास खड़ी रहेंगी।
मेरा भी सपना है मेरा बेटा बड़ा अफसर बने इसलिए कर रही हूं तपस्या
शाहकुंड से आई एक महिला ने बताया कि पहले आओ पहले पाओ का सिस्टम है इसलिए रात से ही नंबर लगाना पड़ता है वही अमरपुर से आई एक महिला ने कहां हम लोग अपने बच्चों को भी बड़ा अफसर बनाना चाहते हैं इसके लिए हम लोग रतजगा कर फॉर्म को सुबह भरेंगे तभी हमारे बच्चे का नामांकन हो पाएगा वही सैदपुर से आई एक महिला ने कहा हम लोग खाना भी कम खा रहे हैं यह सोच कर कि बाथरूम ना जाना पड़े क्योंकि यहां किसी तरह की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। नहीं ठहरने की व्यवस्था है ना ही बाथरूम की व्यवस्था और ना ही पीने के पानी की व्यवस्था।
कुछ समाहरणालय गेट को तो कुछ हनुमान मंदिर को बनाया आशियाना
मां अपने बच्चों के दाखिले को लेकर तपस्या कर रही है, कि एडमिशन हो जाने पर उनका बच्चा भी बड़ा आदमी बन सके। कुछ महिलाएं समाहरणालय गेट के सामने कतार बद्ध होकर खड़ी है तो कुछ समाहरणालय गेट से सटे हनुमान मंदिर के पास आसरा ली हुई है।
पदाधिकारी ने कहा पहले आओ पहले पाओ का सिस्टम हुआ खत्म अब लॉटरी से होगा नामांकन
समाहरणालय मुख्य द्वार पर महिलाओं की भीड़ देख पदाधिकारी वहां पहुंचे और सभी अभिभावकों से अनुरोध करते हुए अपने घर लौटने की बात कही और उन्होंने कहा पहले आओ पहले पाओ वाला सिस्टम अब खत्म हो चुका है अब जिन बच्चों का नामांकन होना है वह लॉटरी सिस्टम से नामांकन होगा फिर भी अभिभावक वहां से टस से मस होने का नाम नहीं ले रहे।