बाढ़ के पानी बनी समस्या जलजमाव के कारण नहीं जा पा रहे हैं घर को
नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर इस्माइलपुर एवं रंगरा प्रखंड के बाढ व कटाव पिडित बाढ बरसात के बाद जलजमाव की समस्या से जूझ रहे हैं। बाढ़ का पानी घर द्वार पर आ जाने के कारण वह एक जलजमाव की समस्या बनी हुई है। वह पानी सर गर्ल कर बदबू फैला रहा है।
एसे गंगा एवं कोसी के जलस्तर घटने के बाद नदी अपनी धारा में बहने लगी है लेकिन निचले इलाकों में बाढ़ का पानी अभी भी फंसा हुआ है बाढ़ का पानी निकालने के लिए रंगरा प्रखंड में कटरिया तिनटगा सड़क पर बना सुलिस गेट को .
तोड़कर जल निकासी का कराया जा रहा है। बाढ डुमरिया लतरा डिमहा रंगरा बुद्धू चक बिनदटोली पोखरिया इसमाइलपुर नवटोलिया आदि गांव के लोग इस बाढ के पानी से घर द्वार अभी भी डूबने के बाद पानी सूखने का इंतजार कर रहा है।
बाढ़ पीड़ित प्रीत मीना देवी सुलोचना देवी पारो मंडल बताते हैं कि इस बार जिस तरह से बाढ का पानी घर द्वार सड़क पार कर आया है वह पानी परेशान कर रहा है पानी घटने के बाद भी घर द्वार में फंसे पानी निकलना मुश्किल है।
इस बार पीड़ितों को सड़क एवं तटबंध पर पॉलिथीन या कपड़े के घर में रहना मजबूरी है स्थानीय लोग राजकुमार रजक पूर्व मुखिया प्रतिनिधि पुष्पक सिंह बताते हैं कि सुकटिया बाजार डुमरिया तीन टंगा दियारा के लोगों को यह बाढ़ का पानी अभिशाप बना हुआ है। यहां बदबू मच्छर एवं साप से लोग परेशान हैं।
लोग उसी गंदे पानी में रहकर उसे गंदे पानी को उपयोग कर रहे हैं लोगों को डायरिया हैजा एवं अन्य बीमारी फैलने का आशंका बढ़ने लगा है क्योंकि प्रशासन के द्वारा शौचालय निर्माण कराया गया लेकिन वह भी शौचालय कारगर नहीं है पानी की व्यवस्था की गई है लेकिन चापाकल शुद्ध पेयजल नहीं दे पा रहा है।