भागलपुर/ निभाष मोदी
भागलपुर,बाढ़ ने फिर से तबाही मचानी शुरू कर दी है, दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं ,गंगा का रूप विकराल होता जा रहा है। घर के घर कटकर गंगा में समा रहे हैं। जिससे ग्रामीण काफी भयभीत हैं, यहां के लोग रतजगा करने को मजबूर हैं, वहीं लोगों की कटाव रोकने की जब सारी उम्मीदें टूट गई तो गांव की महिलाएं गंगा मां की पूजा अर्चना और पारंपरिक गीत गाकर गंगा मां से कटाव रोकने की गुहार लगा रही हैं, ताजा मामला सबौर प्रखंड के इंग्लिश गांव का है, इस गांव में कई दशकों से सैकड़ों परिवार विस्थापित कदम पर चल रहे हैं लेकिन सरकार अब तक उनकी समस्या का निदान ढूंढ नहीं पाई है ,
गंगा कटाव क्षेत्र से एनएच 80 महज ही कुछ मीटर रह गई है जिससे ग्रामीण काफी भयभीत हैं, उनका कहना है अगर एनएच भी कट गया तो हम लोग गांव से भी गए और सड़कों के किनारे जो अपना आशियाना बनाते थे वह भी बाधित हो जाएगा। देर रात से सबौर प्रखंड के इंग्लिश गांव में गंगा किनारे तेज कटाव शुरू हो गया जिसके बाद ग्रमीणों में भय का माहौल देखा जा रहा है। रात में अचानक हो रहे कटाव के बाद से कई लोग अपने घरों को खाली करने में जुटे हैं। एक तरफ जहां महिलाएं गीत गाकर मां गंगा को मना रही है वहीं दूसरी ओर लोगों में अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के प्रति आक्रोश भी देखा जा रहा है लगातार हो रहे कटाव के बाद कोई भी इनका हाल जानने नहीं पहुँचा है।
कई दशकों से कट रहे गांव
इससे पहले भी गंगा की तेज धार के कटाव में दर्जनों घर गंगा में समा चुके हैं, कई बार कटावरोधी कार्य शुरू कराया गया लेकिन वो नाकाफी रहा। कटावरोधी कार्य अब बन्द हैं और गंगा की धारा गाँव के तरफ मुड़ चुकी है लिहाजा कई घर अब फिर से गंगा में समा रहे हैं। एक तरफ जहां लोगों ने प्रशासन से नाव की मांग की है वहीं बाढ़ पीड़ित लोगों ने बताया सबसे ज्यादा परेशानी अगर हो रही है तो वह है चारा की हम लोग जैसे तैसे अपना जीवन यापन कर रहे हैं लेकिन पशु को तो चारा चाहिए।
महिलाएं गंगा मां के पारंपरिक गीत को गाकर कटाव रोकने की लगा रही गुहार
बाढ़ की तबाही से लोग परेशान हैं और कोई रास्ता जब नहीं बचा और सारी उम्मीदें टूट गई तो गांव की महिलाएं गंगा मां की पूजा अर्चना करने लगी साथ ही पारंपरिक गीत गाकर गंगा मां को कटाव रोकने की गुहार में लगी हुई हैं लगातार गंगा किनारे महिलाओं का गायन चल रहा है एवं गंगा मां को पूजा देकर मनाने में लगी हुई है उनका मानना है कि अगर प्रशासन और सुनिधि कुछ नहीं कर रहे हो स्वयं गंगा माही अपना रुक इधर से मोड़ेगी और हम लोगों को कटाव से निजात दिलाएंगे।