पिछले दो -तीन दिनों से गंगा नदी के जलस्तर में 50 सेंटीमीटर की कमी होने से सैदपुर सहित दर्जनों गाँवों के लोगों को बाढ से थोडी राहत मिली है। लेकिन यह बाढ़ का पानी नऐ इलाकों में घुसने के कारण वहां पर बाढ की स्थिति भयावह हो गया है । नवगछिया सडक से पानी नीचे चला गया है। धरारा पंचगछिया डुमरिया चपरघट में बाढ की स्थिति काफी गंभीर है बाढ़ के कारण लतरा, आदर्श ग्राम धरहरा, कालूचक, डुमरिया, आजमाबाद, पकरा बासा स्थिति नाजुक बनी हुई है। हालाँकि प्रशासन द्वारा बाढ पीडितों को सुबह -शाम पका -पकाया भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। परन्तु पशुपालकों के समक्ष पशुचारा की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है।
रंगरा सुकटिया बाजार सड़क के बाद अब नवगछिया तिनटंगा सड़क पर पानी का दबाव
जैसे-जैसे गंगा का जलस्तर घटते जा रहा है ठीक उसी के विपरीत बाढ़ का पानी नए इलाकों में घुसने के कारण सुकटिया बाजार रंगरा सड़क के बाद अब 14 नंबर नवगछिया तीनटंगा सड़क पर दबाव बढ़ गया है इस सड़क पर पिछले एक पखवारे से दियारा के पशु एवं बाढ़ पीड़ित रह रहे हैं लेकिन कई जगहों पर पानी का दबाव काफी बना हुआ है ऐसे पथ निर्माण विभाग के द्वारा इन जगहों को अभी तक सुरक्षित मानकर चल रहे हैं ऐसे धारणा मालपुर गांव के समीप छप्पर घट लव टोलिया के समीप काफी पानी का दबाव है तेतरी महादेवपुर सड़क मार्ग पर फिलहाल अब बाढ़ की स्थिति धीरे-धीरे कम हो रहा है लेकिन पानी का दबाव बना हुआ है। पालपुर के अंचलाधिकारी ने बताया कि दियारा से लेकर के मुख्य सड़क मार्गों पर बाढ़ पीड़ितों के लिए शुद्ध पेयजल के लिए चापाकल एवं शौचालय के लिए शौचालय बनाया गया है।