कदवा के कई गांवों में भी घुसा बाढ़ के पानी. मुख्य खेती मक्के की फसल होने लगी क्षतिग्रस्त.
ढोलबज्जा: कोसी नदी में आई बाढ़ के कारण कदवा के कई गांवों में पानी घुसने लगी है. बाढ़ की पानी गांवों में फैलने से कदवा दियारा पंचायत के पकरा टोला, ठाकुर जी कचहरी टोला, भरोसा सिंह टोला, कार्तिक नगर, बगड़ी टोला, कंचनपुर, प्रतापनगर व बोड़वा मुसहरी में लगे किसानों की मुख्य खेती मक्के की फसल बर्बाद होने लगी है तो,
वहीं बैंगन, मिर्च नेनुआ, भिंडी जैसी अन्य सब्जियों की खेती भी बर्बाद हो रही है. उधर खैरपुर कदवा पंचायत के महादलित टोला बेलसंडी चारों तरफ से बाढ़ की पानी से घिर जाने के कारण गांव टापू में तब्दील हो गई है. लोग ऊंचे जगह पर शरण लेने लगे है. गांव में आज तक एक सड़क नहीं होने के कारण वहां आए बाढ़ में गांव वाले को अपनी जरूरतों के लिए रोजमर्रा की काम करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
ग्रामीणों बावन अली, लक्ष्मण ऋषिदेव, अंबिका ऋषिदेव, चलितर ऋषिदेव, मोहन ऋषिदेव, दिनेश ऋषिदेव व बालो अली ने बताया कि- बाढ़ की पानी आने से हमलोगों का गांव चारों तरफ से घिर गया है. गांव से निकलने के लिए कोई साधन भी नहीं है. लोग पानी में तैर कर सौदा खरीदने बाजार जाते हैं. गांव के स्कूली बच्चों की पढ़ाई-लिखाई भी बंद हो गई है. चारों बगल पानी आ जाने के कारण बीमार पड़े लोगों की इलाज के लिए यहां कोई डॉक्टर भी नहीं आते हैं.
पिछले साल जो सीओ के द्वारा नाव की व्यवस्था की गई थी उस नाविक को अभी तक पैसा नहीं मिले हैं. जिससे नाविक अपना नाव देने को तैयार नहीं हो रहे हैं. साथ हीं कहा- यहां के कोई भी जनप्रतिनिधियों व नेता के द्वारा हमलोगों को मदद नहीं मिल पा रहे हैं, चाहे मुखिया, सरपंच, विधायक, सांसद या प्रखंड पदाधिकारियों हो. वह लोग पांच दिन पहले भी नाव के साथ-साथ अन्य सुविधाओं की मांग को लेकर नवगछिया सीओ से मिले हैं.
समाजसेवी दयानंद सिंह व वार्ड सदस्य पुलिस सिंह ने बताया कि- पिछले साल कदवा के चार घाटों बालू घाट से ठाकुर जी कचहरी टोला, परबल घाट से नवटोलिया, बेलसंडी से मिलन चौक व लोकमानपुर घाट से ढोलबज्जा तक नाव परिचालन के लिए ठाकुर जी कचहरी टोला के चार मछुवे को परमाणा मिला था. जो अंचल कार्यालय के चक्कर काटते रहे.
किसी को पैसा नहीं मिला. इसलिए मछुआ लोग अब अपनी नाव देने से इंकार कर रहे हैं. यदि पैसे की भुगतान हो जाती है तो, बाढ़ प्रभावित गांवों में पुनः नाव दे दिया जाएगा. उक्त बातों को लेकर जब नवगछिया सीओ से बार-बार बात करने का प्रयास किया गया. लेकिन उनका मोबाइल बंद बताया गया.