5
(1)

बिहपुर :- जमीन का विवाद एक ऐसा विवाद माना जाता है जो अपराध का सबसे बड़ा कारण माना जाता है । सबसे अधीक अपराधीक मामले यदि लंबित हैं तो जमीनी विवाद से जुड़े है । जमीन का विवाद एक ऐसा विवाद माना जाता है जो कई पुस्तों तक नही सुलझ पाती हैं । जमीन का विवाद प्रशासन को वर्षों से चुनौती देता रहा है । जमीन के विवाद में सगे भाई भी आपस में जान लेने तक से नही चूकते ।

इन तमाम बातों से ऐसा नही है की सरकार या प्रशासन अन्जान होते हैं पर जमीनी विवाद सुलझे भी तो कैसे ? जमीनी विवाद में आग में घी डालने जैसा काम करती है अंचल कार्यालय । हजारों ऐसे मामले हैं जिसमें अंचल कार्यालय के द्वारा केवाला किसी का और रशीद किसी और के नाम कट रही हैं । प्रखंड में यदि सबसे अधीक बिचौलिये की यदि चांदी होती है तो वह अंचल कार्यालय ।

यहां चंद बिचौलिये के बिना तो कोई काम हीं संभव नही हो पाता है । हर चीज एक कीमत तय होती है । मोटेशन करवाना हो या रशीद काटने का काम हो, बिना बिचौलियों को खुरचन दिये कुछ भी संभव नही हो पाता है । बिचौलियों के एक महिने की कमाई की बात करें वह अंचलाधिकारी के तीन माह के वेतन के बराबर बताई जाती है । अंचल कार्यालय में जमीन के कोई भी काम पैसों के दम संभव हो जाता है ।


कई ऐसे आश्चर्यजन कार्य हैं जो अंचल कार्यालय के कार्यों को प्रश्नों के घेरे में खड़े में खड़ा करते नज़र आते हैं । प्रखंड कार्यालय के जमीन तक का रशीद दूसरे के नाम से काट दी गई थी । कई मंदिर के ज़मीन या ट्रस्ट के जमीन को भी नीजी व्यक्ती के नाम रशीद कर दी गई । दाता के मजार हों या बाम काली मंदिर की जमीन हो ज्यादातर जमीन गलत तरीके से दूसरे के नाम की जा चुकी ।

कुछ जमीनों पर तो धीरे धीरे आलीशान मकान भी दिखाई देने लगे हैं। कई ऐसे सामाजिक सरोकार से जुड़े जमीन की रशीद किसी एक नीजी व्यक्ति के नाम काट दिए गए हैं । इनके विरुद्ध आवाज भी उठाए तो कौन ?
हलांकी वर्तमान बिहपुर विधायक के द्वारा सदन में बिचौलियो के उपर जब सवाल उठाया तो आंचलिक कार्यालय के समांनांतर चल रहे कार्यालय को बंद कर दिया गया ।

पर विचौलियों के घर चौखट खटखटाए बिना आज भी काम संभव नही हो पाता है ।समाजसेवियों के द्वारा वर्षों से व्याप्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज़ भी उठाई जाती रही है पर कोई ठोस कदम कभी नही उठाया गया । बिहपुर थाना हो या झंडापुर ओपी हर जगह यदि सबसे ज्यादा मामले किसी चीज के आते हैं तो उसकी जड़ जमीन से जुड़ी रहती है ।

बावजूद इसके यदि सबसे अधीक यदि कहीं अनियमित्तता दिखाई देती है तो वह प्रखंड का अंचल कार्यालय हीं है । वर्षों से परंपरागत तरीके से रशीद काटने हीं नही ब्लॉक के महत्वपूर्ण कागजात तक प्रखंड कार्यालय के बाहर हीं रखे जाते थे । हलांकी अब बाहरी कार्यालय तो बिहपुर विधायक के पहल बाद बंद हुई पर स्थिति जस की तस बनी हुई है ।

Aapko Yah News Kaise Laga.

Click on a star to rate it!

Average rating 5 / 5. Vote count: 1

No votes so far! Be the first to rate this post.

Share: