भागलपुर में डेंगू काफी रफ्तार से अपना पांव पसार रही है, सदर अस्पताल हो या मायागंज अस्पताल हो या फिर निजी अस्पताल सभी में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती ही चली जा रही है । मानो कोरोना के बाद दूसरी महामारी अगर कोई सामने दिख रही है तो वह डेंगू बीमारी है, इस पर लगाम लगाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग सजग तो है लेकिन कहीं ना कहीं कमियां देखी जाती हैं इस कमी को दूर करने के लिए जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने भागलपुर के सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया जहां कई जगह पर पूरी व्यवस्था मुकम्मल थी लेकिन कई जगह पर भारी अनियमितता भी पाई गई, इसका मुख्य कारण सदर अस्पताल के सिविल सर्जन और उसकी टीम में कोआर्डिनेशन की कमी, इस अनियमित को देखकर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन आग बबूला हो गए, जिलाधिकारी ने इस कमी को देखते हुए वहां के प्रभारी और मैनेजर से स्पष्टीकरण भी पूछा है । उन्होंने कहा कि अगर व्यवस्था में जल्द सुधार नहीं हुआ तो दोषियों पर कार्रवाई होगी।
जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं इसको लेकर 100 फैब्रिकेटेड बेड लगाए गए हैं साथ ही फैब्रिकेटेड स्ट्रक्चर विभाग में डेंगू के मरीज से भवन भरे हुए हैं, सबों का इलाज अच्छे से चल रहा है, हमलोगों की कवायत है कि इसी तरह का एक भवन मायागंज में भी जल्द बनाया जाए विभाग स्तर से वार्ता हो रही है विभागीय स्वीकृति मिलते ही इस पर काम शुरू हो जाएगा वहीं उन्होंने कहा आईसीयू का भी कार्य दो से तीन दिन में पूरा कर लिया जाएगा वहां भी 30 वेड बनाए गए हैं नवगछिया कहलगांव में भी लगभग 60 बेड उपलब्ध कराए गए हैं सदर अस्पताल में सिविल सर्जन और उनकी टीम में कोआर्डिनेशन की कमी को देखते हुए उन्होंने जमकर दोनों को फटकार लगाई और स्पष्टीकरण पूछा उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर यह व्यवस्था जल्द ठीक नहीं हुई तो दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी उन्होंने साफ तौर पर कहा कई जगहों पर तो सब कुछ ठीक है लेकिन साफ सफाई शौचालय में अनियमितता है कई जगहों पर कमियां पाई गई हैं उसे भी जल्द दुरुस्त कर लिया जाएगा डेंगू के मरीज से लेकर सभी रोगियों को अस्पताल में बेहतर व्यवस्था मिले उचित इलाज हो इसके लिए भागलपुर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग लगी हुई है।