बिहपुर – बहुजन चेतना केंद्र, बिहपुर में मान्यवर कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस पर बहुजन एकजुटता और इसके समक्ष चुनौति पर किया गोष्ठी.मुख्य वक्ता डॉ.विलक्षण रविदास ने कहा कि कांशीराम ने बहुजनों को जोड़ने और उसकी स्वतंत्र राजनीतिक ताकत खड़ा करने के लिए काम किया. आज नये सिरे से बहुजनों को एकजुट करने और बहुजनों की सामाजिक-राजनीतिक ताकत को बुलंद करना होगा. उन्होंने कहा कि एक-दूसरे के साथ सम्मान, बराबरी, भाईचारा और न्यायपूर्ण व्यवहार के आधार पर ही बहुजन एकजुटता कायम होगी. सामाजिक-आर्थिक न्याय के लिए बहुजनों को एकजुट होना ही होगा.रिंकु यादव ने कहा कि बहुजनों को एकजुट किए बगैर सामाजिक न्याय की निर्णायक लड़ाई लड़ी नहीं जा सकती है. दलित, आदिवासी, अतिपिछड़े व पिछड़े अलग-अलग रहकर हक-अधिकार और सामाजिक न्याय हासिल नहीं कर सकते हैं.
गौतम कुमार प्रीतम ने कहा कि भाजपा-आरएसएस के राज में सामाजिक न्याय पर हमला तेज हुआ है, मेहनतकशों की बदहाली बढ़ रही है और अंबानी-अडानी की तिजौरी उफन रही है. बहुजनों को एकजुट होकर भाजपा-आरएसएस को समाज और सत्ता से खदेड़ना होगा.
नवीन प्रजापति ने कहा कि भाजपा-आरएसएस के राज में आरक्षण पर लगातार हमला हो रहा है. अभी बिहार में पटना हाईकोर्ट ने नगर निकाय चुनाव में अतिपिछड़ों का आरक्षण खत्म कर दिया गया है. न्यायपालिका का चरित्र बहुजन विरोधी है. बहुजनों को एकजुट होकर जजों की नियुक्ति के कॉलेजियम सिस्टम के खात्मे के लिए लड़ना होगा. न्यायपालिका में नीचे से ऊपर तक एससी,एसटी व ओबीसी को आबादी के अनुपात में आरक्षण लेने के लिए लड़ाई तेज करनी होगी.
रामानंद पासवान ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा जातिवार जनगणना कराने और हर क्षेत्र में आबादी के अनुपात में बहुजनों की हिस्सेदारी,सरकारी शिक्षा-चिकित्सा व्यवस्था को दुरुस्त करने और निजीकरण जैसे सवालों पर बहुजनों को एकजुट होकर लड़ाई तेज करना होगा.वक्ताओं में बिहार फुले-अंबेडकर मंच के अखिलेश रमण, खरीक प्रखंड से बेदानंद यादव, एडवोकेट लक्ष्मण मंडल, चतुरी शर्मा, बिहपुर प्रखंड से कवि अरूण अंजाना, सुधीर यादव, बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन के अनुपम आशीष, निर्भय कुमार, सौरभ पासवान, दीपक दीवान, नसीब रविदास, विकास दास, नारायणपुर से संतोष यादव, भी थे.मौके पर सैकड़ो लोग उपस्थित हुए.