बिहपुर : सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के बैनर तले बिहपुर के खादी भंडार परिसर में बहुजन समाज के सक्रिय समाजकर्मियों एवं छात्र-नौजवानों की बैठक हुई. जानकारी देते हुए समाजिक न्याय आन्दोलन बिहार गौतम कुमार प्रीतम ने कहा कि बैठक में प्रखंड स्तरीय संविधान बचाओ-देश बचाओ रैली की तैयारी पर चर्चा हुई. निर्णय हुआ कि 29 जनवरी को बिहपुर में संविधान बचाओ-देश बचाओ,भाजपा भगाओ-देश लोकतंत्र बचाओ रैली किया जाएगा. बैठक में यह भी तय हुआ कि एक हज़ार से अधिक की संख्या में महिला-पुरुष,छात्र-नौजवान सड़क पर उतरकर भाजपा-आरएसएस के संविधान विरोधी चरित्र को जनता के सामने उजागर किया जाएगा.बैठक को संबोधित करते हुए सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के गौतम कुमार प्रीतम और सामाजिक कार्यकर्ता रवीन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि संविधान व लोकतंत्र ने सदियों से सताये-दबाये जाते रहे.
दलितों-आदिवासियों व पिछड़ों के लिए सम्मान,हिस्सेदारी व बराबरी हासिल करने का रास्ता खोला.मोदी सरकार फिर से दलितों-आदिवासियों व पिछड़ों को हक-अधिकार से बेदखल कर रही है और संविधान-लोकतंत्र को ही खत्म कर रही है.संविधान व लोकतंत्र को बचाना दलितों-आदिवासियों व पिछड़ों की जरूरत है. संविधान-लोकतंत्र बचाने की पहली जरूरत है कि 2024 में मोदी को सत्ता से बेदखल किया जाए.बैठक का संचालन करते हुए सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के नसीब रविदास और गौरव पासवान ने कहाने कहा कि नरेन्द्र मोदी संवैधानिक मूल्यों व धर्मनिरपेक्ष वसूलों का मजाक उड़ाते हुए राम मंदिर उद्घाटन के कार्यक्रम से अपना जुड़ाव सामने ला रहे हैं.राम मंदिर उद्घाटन के धार्मिक कार्यक्रम को सत्ता प्रायोजित कार्यक्रम बना दिया गया है.यह संविधान व धर्मनिरपेक्षता पर हमला है.आरटीआई एक्टिविस्ट राजीव राॅय ने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों से महंगाई,बेरोजगारी और भूख व गरीबी बढ़ रही है.लेकिन,मोदी सरकार विकास का दावा कर रही है.विकास अंबानी-अडानी और लुटेरी ताकतों का हो रहा है.बहुजनों के हित व हक में भाजपा को सत्ता से भगाना ही होगा.रैली में सहमना संगठन को भी शामिल किया जाएगा.