सामाजिक न्याय आंदोलन बिहार के बैनर तले नवगछिया प्रखंड के तेतरी पंचायत भवन में बहुजन विरासत और बहुजन आंदोलन एजेंडा व कार्यभार पर विस्तृत चर्चा हुई. मौके पर सामाजिक न्याय आंदोलन के गौतम कुमार प्रीतम ने कहा कि जाति व्यवस्था और पूंजीवाद मेहनतकशों, बहुजनों का दुश्मन है. दलितों, आदिवासियों व पिछड़ों को सम्मान,हक-हिस्सेदारी व बराबरी के लिए एकजुट होकर इन दो दुश्मनों से लड़ना ही होगा.मोदी सरकार जाति व्यवस्था को मजबूत कर रही है और पूंजीवादी शोषण व लूट को बढ़ा रहे हैं.
पूर्व मुखिया रवीन्द्र कुमार दास ने कहा कि आजादी के बाद संविधान व लोकतंत्र ने बहुजनों के आगे बढ़ने का रास्ता खोला और अब मोदी सरकार संविधान व लोकतंत्र को खत्म कर फिर से बहुजनों को हक व अधिकार से बेदखल कर रही है.मनुवादी, पूंजीवादी गुलामी का शिकंजा मजबूत कर रहे हैं. बहुजनों के सामने सबसे जरूरी कार्यभार है कि 2024 में मोदी को सत्ता से बेदखल किया जाए. मधुसूदन ने कहा कि वर्तमान में संविधान व लोकतंत्र बचाने की लड़ाई भाजपा बनाम बहुजन समाज की है,जो पार्टियां भाजपा के साथ है वह बहुजनों के खिलाफ है.
लेकिन,भाजपा के खिलाफ लड़ाई को विपक्षी पार्टियों के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता है.यह लड़ाई संपूर्ण बहुजन समाज की है.बहुजन समाज को जगाने व जोड़ने की मुहिम तेज करनी है. 2024 में केंद्र की सत्ता से मोदी को उखाड़ फेंकना है. मौके पर बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन के अनुपम आशीष, युवा नेता सोनू कुमार शर्मा, सरपंच राजीव पासवान, सुगेंद्र पासवान, कुणाल कुमार, सुमन कश्यप, नवीन पंडित, मदन राम, धर्मेश पासवान मौजूद थे.