रिपोर्ट:-निभाष मोदी, भागलपुर।
भागलपुर के टीएनबी विधि महाविद्यालय परिसर में शुक्रवार को बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी संघ के आह्वान पर एक दिवसीय धरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया| वहीं यह धरना कार्यक्रम शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ टीएनबी विधि महाविद्यालय भागलपुर इकाई के अध्यक्ष सुभाष चंद्र चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी| इस दौरान संघ के अध्यक्ष सुभाष चंद्र चौधरी ने बताया कि विगत चार महीने से लंबित वेतन और पेंशन की राशि को अविलंब निर्गत करने के लिए, समय पर प्रोन्नति का लाभ देने एवं सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार 1 अप्रैल, 1997 से अंतर वेतन और एसीपी, एमएसीपी के संपूर्ण बकाए अंतर राशि का जल्द भुगतान करने की मांग के अलावा अन्य कई और जरूरी मांगों को लेकर सभी कर्मचारी एक दिवसीय धरना पर हैं| उन्होंने कहा कि अपनी मांगों को लेकर उन लोगों ने कई बार कुलपति और रजिस्ट्रार को ज्ञापन सौंप कर मांग पूरा करने की गुहार लगाई लेकिन बावजूद इसके कोई कुछ करने के लिए तैयार नहीं है| इसलिए मजबुर होकर संघ के आह्वान पर कर्मचारी एक दिवसीय धरना पर हैं| उन्होंने कहा कि आउटसोर्सिंग और संविदा के माध्यम से बहाल कर्मचारियों को भी नियमित करने के लिए विश्वविद्यालय को पहल करनी चाहिए| सुभाष चन्द्र चौधरी ने कहा कि अगर इस धरना के बाद भी उनकी मांग नहीं मानी जाती है तो आगामी 18 और 19 जनवरी को सभी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे और कुलपति का सभी मिलकर घेराव भी कर सकते हैं| जबकि 1 फरवरी से लेकर 4 फरवरी तक संघ के निर्देशानुसार कर्मचारियों द्वारा निश्चित कालीन हड़ताल किया जाएगा| इसके साथ ही 15 फरवरी को बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं कर्मचारी महासंघ द्वारा वेतन सत्यापन कोषांग का घेराव भी किया जाएगा| लेकिन वहीं इन सब के बाद भी अगर सरकार द्वारा महासंघ से वार्ता कर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं करती है तो 05 अप्रैल से राज्य भर के सभी विश्वविद्यालयों में तृतीय और चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे|
जबकि शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ टीएनबी विधि महाविद्यालय भागलपुर इकाई के सचिव राजू राम ने कहा कि लगातार अपनी मांगों को लेकर संघ के कर्मी विश्वविद्यालय के अधिकारियों से मिलकर इसका समाधान निकालने की गुहार लगा रहे हैं लेकिन अधिकारियों द्वारा उनकी बिल्कुल नहीं सुनी जा रही है| उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों से उन्हें वर्दी , जूता सहित अन्य आवश्यक सामान नहीं मिला है| उन्होंने विश्वविद्यालय के अधिकारियों को जल्द मांग पूरा करने की चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं की जाती है तो ये लोग महासंघ के निर्देशानुसार आगे का फैसला लेंगे| वहीं दूसरी ओर अपनी मांगों के समर्थन में धरना देने वालों में अध्यक्ष सुभाष चंद्र चौधरी, सचिव राजू राम, बृहत परिषद पटना के कार्यकारी अध्यक्ष सुमन कुमार, 10वीं विधि महाविद्यालय के कार्यकारिणी सदस्य अमरजीत कुमार और कार्यकारिणी सदस्य प्रगति खंडेलवाल सहित अन्य कई लोग मौजूद थे|