जिले के इंटर स्कूलों में तैनात करीब 300 अतिथि शिक्षकों के बकाए वेतन भुगतान का रास्ता साफ हो गया है। लॉकडाउन की अवधि में सभी को जल्द वेतन भुगतान कर दिए जाएंगे। विभाग ने लॉकडाउन अवधि का निर्धारित पारिश्रमिक का भुगतान करने का निर्देश दिया है। निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने पत्र जारी कर कहा कि छठे चरण के उच्च माध्यमिक शिक्षक के नियोजन के बाद पदस्थापन वैसे स्कूलों में किए जाएंगे, जहां अतिथि शिक्षक कम हैं। दरअसल, शिक्षा विभाग ने एक साल पहले जिले के इंटर स्कूलों में अंग्रेजी, गणित व विज्ञान जैसे विषयों के अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की थी। इन्हीं शिक्षकों के भरोसे विज्ञान व गणित जैसे महत्वपूर्ण विषय की पढ़ाई चल रही है। ऐसे में शिक्षकों की उपयोगिता को देखते हुए शिक्षा विभाग ने यह निर्णय लिया है।
चार अगस्त तक अनाज वितरण का निर्देश
लॉकडाउन में चार महीने से जिले के सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ाई बंद है। वर्ग एक से आठ तक छात्रों के मध्याह्न भोजन के लिए स्कूलों में अनाज का वितरण किया जा रहा है। मंगलवार तक जिले के 1814 प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में से 875 स्कूलों में अनाज वितरण का काम पूरा कर लिया गया है। वहीं, 939 स्कूलों के बच्चों के बीच चार अगस्त तक वितरण करना है। मध्याह्न भोजन योजना के डीपीओ संजय कुमार ने बताया कि चार अगस्त तक अनाज व राशि वितरण की अवधि तय की गई है। लेकिन दो और तीन अगस्त को रक्षा बंधन व बकरीद को लेकर वितरण नहीं होंगे। चार तक वितरण नहीं पूरा हुआ तो समय बढ़ाया जाएगा। इधर, प्रारंभिक माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. शेखर गुप्ता ने कोरोना को देखते हुए वितरण पर रोक लगाने की मांग की है।