बिहपुर – लत्तीपुर दक्षिण पंचायत के वार्ड नंबर सात के गौरीपुर गांव निवासी परमानंद ठाकुर के दो पुत्र प्रभात कुमार और प्रसुन कुमार जो दिल्ली से बनारस घूमने गए थे और दोनों की गंगा नदी में डूबने से मौत हो गई. इसकी सूचना गौरीपुर में परमानंद ठाकुर के परिवार से जुड़े लोगों को भी मिली है. गांव में सूचना आने के बाद से मातम का माहौल है.हालांकि परमानंद का पूरा परिवार वर्षों से दिल्ली में रह रहा था.
दोनों लड़के भी वहीं रहकर पढ़ाई करते थे. गौरीपुर में परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार परमानंद ठाकुर लंबे समय से दिल्ली में ही व्यवसाय कर रहे हैं.उनके दो ही संतान थे। पिता परमानंद ठाकुर ने बताया कि दोनों बेटे दोस्तों के साथ काशी घूमने की बात कहकर निकले थे.दोनों 16 जुलाई की सुबह काशी पहुंचे थे.पहुंचने के बाद फोन पर बात की थी. 17 को दोनों के गंगा में डूबने की खबर आई तो जैसे कलेजा फट गया.
पिता और मां विमान से वाराणसी पहुंचे थे। पोस्टमार्टम के बाद हरिश्चंद्र घाट पर दोनों की अंत्येष्टि की गई.साथी उज्ज्वल और ध्रुव ने बताया कि हममें से किसी को तैरना नहीं आता.तेज बहाव के कारण प्रभात और प्रसून का हाथ छूट गया।मौत हो जाने की सूचना आयी है. इससे पूरा गांव स्तब्ध है.ग्रामीणों ने बताया कि यह जानकारी मिली है कि दोनों भाई अपने दोस्तों के साथ बनारस घूमने आए थे.साथ में आये दोस्तों ने उनके माता-पिता को सूचना दी. सूचना मिलते ही दोनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
किसी तरह अपने आप को संभालकर दोनों बनारस आए और दोनों का बनारस में ही दाह संस्कार कर दिया गया.जैसे ही गांववालों को इस बात की सूचना मिली पूरे गांव में मातम छा गया. ग्रामीणों ने बत बताया कि चूंकि दोनों बच्चे का जन्म भी दिल्ली में ही हुआ था, इसलिए यहां आना-जाना न के बराबर रहा. लेकिन आसपास के लोगों को यह जानकारी थी कि उनके दो बच्चे हैं और वहीं रहकर पढ़ाई कर रहे हैं.