वर्षो से बंद पड़े भागलपुर के नवगछिया स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल खगड़ा को चालू करवाने की मांग को लेकर शुक्रवार को नवगछिया जिला परिषद सदस्य नंदनी सरकार और खगड़ा के ग्रामीणों ने भागलपुर डीएम सुब्रत कुमार सेन को ज्ञापन सौपा.
इस दौरान जिप सदस्य समेत ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से कहा कि खगड़ा आयुर्वेदिक अस्पताल की स्थापना 15 जनवरी 1954 में श्री वैकुंठ दातव्य आयुर्वेदिक चिकित्सालय के नाम से हुई थी,
और इसका उद्देश्य भागलपुर समेत बिहार के लोगों को आयुर्वेदिक चिकित्सा सेवा प्रदान करना था. नन्दनी सरकार ने कहा कि यह महत्वपूर्ण अस्पताल जिला परिषद के अधीन है, लेकिन वर्तमान समय में यह मृतप्राय हो चुका है.
उन्होंने कहा कि 20 कट्ठा के क्षेत्र में फैले इस अस्पताल में 4 कमरे, 1 बरामदा, 2 बाथरूम और टूटी फूटी चारदीवारी हैं जो जीर्णशीर्ण अवस्था में पड़ी है.
साथ ही कहा कि पूरा परिसर गंदगी का टीला बन गया है, वही अस्पताल में डॉक्टर, दवाई और साफ़ सफाई की भी कोई व्यवस्था नहीं है, लेकिन कागजों पर यह अस्पताल दिख रहा है. इधर डीएम ने भी आयुर्वेदिक अस्पताल को जल्द ही पुनर्जीवित कर व्यवस्था बहाल करने का आश्वाशन ग्रामीणों को दिया है.
वहीं खगड़ा आयुर्वेदिक अस्पताल को फिर से चालू करवाने की मांग पर जिला परिषद् के अध्यक्ष अनंत कुमार उर्फ़ टुनटुन साह ने कहा कि परिषद् की बैठक में अस्पताल के बदहाली का मुद्दा उठा था और जल्द ही जीर्णोद्धार कर वहां पर फिर से स्वास्थ्य व्यवस्था बहाल किया जाएगा. प्रतिनिधिमंडल में रोणित सिंह, आशु आनंद, हर्ष कुमार भी शामिल थे.