- एसपी ने नेतृत्व में उद्भेदन में जुटी पुलिस की तीन टीमें
- सीसीटीभी फुटेज आया सामने, पांच संदिग्धों से हो रही है पूछताछ
नवगछिया – नवगछिया के एनएच 31 स्थित बैंक ऑफ इंडिया शाखा में लगभग 9.50 लाख डकैती के मामले में शाखा प्रबंधक सुमित कुमार के बयान पर पांच अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध नवगछिया थाने में मामले की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. जबकि नवगछिया एसपी सुशांत कुमार सरोज के नेतृत्व में पुलिस की तीन टीम मामले के उद्भेदन में लगी है. बुधवार को देर शाम एसडीपीओ कार्यालय में एसपी ने कांड के संदर्भ में पुलिस पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया है. मामले के अनुसंधान के लिये नवगछिया आदर्श थाने के पदाधिकारियों के अलावा गोपालपुर, परवत्ता, ढोलबज्जा, वज्रा टीम और डीआईयू टीम के पदाधिकारी भी मौजूद थे. जानकारी मिली है कि घटना के संदर्भ में एक एसआईटी का भी गठन किया गया है. अनुसंधान के लिये अलग अलग टीमों को लगाया गया. पुलिस की एक टीम डंप डाटा, सर्विलांस, लेकेशन और कॉल रिकार्ड के आधार पर कांड का उद्भेदन करने का प्रयास कर रही है. दूसरी तरह पुलिस की नजर इलाके के कुछ पेशेवर अपराधियों पर ही है. तेतरी और पकड़ा गांव से दो अपराधियों, हरनाथचक, और गोपालपुर के तीन, कुल मिला कर पांच संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछ ताछ कर रही है जबकि पुलिस ने नवगछिया उपकारा में बंद अपराधियों से भी कांड के उद्भेदन को लेकर टोह ले रही है. इधर नवगछिया के भाजपा कार्यालय रोड, जाह्नवी चौक, खरीक, बिहपुर, गोपालपुर, नारायणपुर, ढोलबज्जा, रंगरा थाना क्षेत्रों के कई गांवों में सघन छापेमारी की गयी है. जबकि नवगछिया के कई जगहों पर पुलिस ने सीसीटीभी फुटेज की तसल्ली से जांच की है.
सीसीटीभी फुटेल आया सामने, 20 से 25 वर्ष के अपराधियों ने दिया है घटना को अंजाम
डकैती कांड के संदर्भ में बुधवार को घटना के वक्त का एक सीसीटीभी फुटेज सामने आया है. फुटेज देखने से लग रहा है कि सभी अपराधियों की उम्र 20 से 25 वर्ष की होगी. जिसमें दिख रहे सभी अपराधियों के ढके दिख रहे हैं. कुछ ने सर्जिकल मास्क पहना है तो कुछ ने गलबंद टोपी से अपना चेहरा ढक दिया है. फुटेज में एक बैंक कर्मी और गार्ड के साथ स्पष्ट रूप से मारपीट करते देखा जा सकता है. जबकि बैंक गार्ड के रायफल पर अपराधियों ने पहले ही कब्जा जमा लिया है. उक्त रायफल का भी उपयोग एक अपराधी द्वारा डराने धकमाने के लिये किया जा रहा है. जबकि ग्राहकों को बैंक के फर्श पर बैठा दिया गया है. सीसीटीभी में स्पष्ट दिख रहा है कि अपराधी बैंक कर्मियों और गार्ड के साथ मारपीट तो कर रहे हैं लेकिन इसके लिये थ्री नट के बट का नहीं बल्कि थप्पड़ का प्रयोग कर रहे हैं. जबकि बैंक के बाहर के सीसीटीभी फुटेज में दिखा है घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी तीन बाइक से भागे थे.
अलार्म बजाने का भी अपराधियों ने नहीं दिया मौका
बैंक कर्मियों की माने तो अपराधियों ने इतनी जल्दी पूरे बैंक को कब्जे में ले लिया कि कोई भी बैंक कर्मी अलार्म तक नहीं बजा सका. जब तक बैंक कर्मी कुछ समझ पाते तब तक अपराधी उन पर हावी हो गए. जानकारी सामने आयी है कि अपराधियों ने कैश काउंटर के अलावा लॉकर में रखे गए नकदी भी लूट लिया था. घटना के वक्त बैंक में सात से आठ ग्राहक थे जबकि उस वक्त बैंक में करीब 15 कर्मी मौजूद थे. इनमें तीन महिला कर्मी और महिला ग्राहक भी थी. बात यह भी सामने आयी है कि अपराधियों ने बैंक के गार्ड को ही बंधा था जबकि शाखा प्रबंधक सुमित कुमार और कैशियर आशुतोष मयंक को डरा धमका कर और मारपीट, गली गलौज कर घटना को अंजाम दे रहे थे. बैंक कर्मियों ने बताया कि अपराधियों ने लूटे गए रकम को एक ऑरेंज कलर के बैग में रखा था.
बैंक के बाहर ही लगा था लिंक फेल का बोर्ड
बुधवार को बैंक में अन्य दिनों की तरह ग्राहकों की आवाजाही न के बराबर थी. महज दो तीन ग्राहक ही बैंक में नजर आए. जबकि बैंक की तरफ से मुख्य दरवाजे पर ही लिंक फेल होने की सूचना दी गयी थी. आम दिनों की तरह ही लगभग सभी कर्मी बैंक पहुंचे थे. जबकि नवगछिया पुलिस द्वारा बुधवार को भी दो बार गश्त के क्रम में बैंक की खैरियत लेते देखा गया.
नवगछिया के अन्य बैंकों की सुरक्षा को लेकर समीक्षा की है जरूरत
नवगछिया में पहली बैंक लूट की दुस्साहसिक घटना के बाद यहां के अन्य बैंकों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़ा हो रहा है. नवगछिया अनुमंडल में कई ऐसे बैंक हैं जहां सुरक्षा के नाम पर गार्ड के अलावा और किसी प्रकार की व्यवास्था नहीं है. नवगछिया के बुद्धिजीवियों और आमलोगों ने विभिन्न बैंकों की सुरक्षा व्यवास्था की समीक्षा करने और बैंकों की सुरक्षा को और ज्यादा सुदृढ़ करने की मांग की है.
नए और बाहरी अपराधियों द्वारा घटना को अंजाम दिए जाने की आशंका
जानकार बता रहे हैं कि जिस तरह से अपराधियों ने बैंक डकैती की घटना को अंजाम दिया है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि अपराधियों ने घटना से पूर्व उक्त डकैती को लेकर काफी पूर्वाभ्यास किया था. जानकार बता रहे हैं कि घटना में नए लड़कों और दूसरे जिले के अपराधियों के संलिप्त होने की आशंका है. लोगों का तर्क यह भी है कि छोटी छोटी लूट और छिनतई की घटना में देखा जाता है कि अपराधी अपने टारगेट के बीच में आने वाले लोगों को बुरी तरह से पिटाई कर जख्मी कर देते हैं. लेकिन इस घटना में मारपीट तो की गयी लेकिन किसी को भी गंभीर रूप से घायल नहीं किया गया. जिससे आशंका है कि इस घटना में ज्यादातर पेशेवर अपराधी शामिल नहीं है. प्रदेश में विगत वर्षों हुए अधिकांश बैंक डकैती कांड में देखा गया है कि नए और बेरोजगार लड़कों ने घटना को अंजाम दिया था. बहरहाल नवगछिया पुलिस ने जल्द से जल्द कांड का उद्भेदन कर लेने का दावा किया है.
एसपी ने कहा
नवगछिया के एसपी सुशांत कुमार सरोज ने कहा कि सडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर लिया गया है. अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. पुलिस मामले में छानबीन कर रही है. जल्द ही मामले का उदभेदन कर लिया जाएगा.