भागलपुर में अपने उजड़े आशियाना को बसाने के लिए बाढ़ पीड़ित पिछले 2 साल से सबौर प्रखंड के इंग्लिश फरका गांव के बाढ़ पीड़ित लगातार जिला पदाधिकारी कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। दो साल पहले सबौर प्रखंड के इंग्लिश फरका गांव के सैकड़ों घर गंगा में समा गए थे, जिससे ग्रामीण खुले आसमान के नीचे सबौर प्रखंड के मैदान में रहने को मजबूर हो गए हैं।
बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि वे लगातार अंचल कार्यालय से जिलाधिकारी कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें कोई उचित आश्वासन नहीं मिला है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने मेहनत-मजदूरी करके पक्के मकान बनाए थे, जो गंगा नदी में समा गए। अब वे सबौर प्रखंड के मैदान में खुले आसमान के नीचे जीवन बिता रहे हैं और उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
सबौर प्रखंड का इंग्लिश फरका गांव एक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है, और यहां के लोगों का मकान हर साल गंगा नदी में समा जाता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है ताकि वे अपने उजड़े हुए आशियानों को फिर से बसा सकें और एक सुरक्षित जीवन जी सकें।