नई दिल्ली के आईटीएस स्कूल ऑफ मैनेजमेंट गाज़ियाबाद में आयोजित हुआ कार्यक्रम
नई दिल्ली: जीएस न्यूज़ के संपादक बरुण बाबुल को 24 सितंबर 2024 को “कलम के सिपाही” के प्रतिष्ठित खिताब से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें 7वें ग्लोबल स्ट्रेटेजी एंड लीडरशिप अवार्ड समारोह में दिया गया, जो आईटीएस स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, गाज़ियाबाद में आयोजित हुआ। इस विशेष कार्यक्रम में देश के कई नामचीन कलाकारों, राजनीतिक हस्तियों और मीडिया के प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे श्री सतीश चंद्र दुबे, राज्य मंत्री, कोयला और खान मंत्रालय, भारत सरकार; महामहिम डॉ. अली आचुई, अल्जीरिया के राजदूत; और श्री तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड। इसके अलावा, कार्यक्रम में शामिल हुए श्री राणा यशवंत, दीपक सैनी, राधा भट्ट, डॉ. गुरुराज नागाथन, ओम प्रकाश शर्मा, डॉ. विपिन गौड़, अनंत कुमार, विकास शर्मा, और विवेक शर्मा जैसे कई प्रमुख लोग।
बरुण बाबुल ने मंच पर अपने संबोधन में कहा, “मेरे लिए यह एक महत्वपूर्ण क्षण है, क्योंकि गंगा के किनारे गोसाई गांव, नवगछिया से शुरू हुआ मेरा सफर आज यमुना के किनारे दिल्ली तक पहुंच गया है।” उन्होंने नवगछिया की विशेषताओं को उजागर करते हुए बताया कि यह क्षेत्र हमेशा केलांचल के नाम से जाना जाता है और यहां के मुद्दे, जो अक्सर अनसुने रह जाते हैं, उन्हें उठाना उनकी जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा, “मैं चाहता हूं कि नवगछिया के मुद्दे और आवाजें दिल्ली की मुख्यधारा में पहुंचें। हमारे पाठकों और दर्शकों के आशीर्वाद से मैं यहां खड़ा हूं, और उनका समर्थन हमेशा मेरे साथ है।” समारोह के बाद आयोजक मंडली ने बरुण बाबुल को बधाई दी और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं।
बरुण बाबुल की इस उपलब्धि ने जीएस न्यूज़ टीम को गर्वित किया है। उन्होंने सभी शुभचिंतकों, पाठकों और सहयोगियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “आपके समर्थन के बिना यह यात्रा संभव नहीं होती।” इसके साथ ही, उन्होंने अपने गुरुजनों, माता-पिता, परिवार और पूरी टीम को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह सम्मान उनके सामूहिक प्रयासों का परिणाम है।
यह सम्मान केवल बरुण बाबुल के लिए नहीं, बल्कि उनके पूरे क्षेत्र और समुदाय के लिए गर्व की बात है। उनकी मेहनत, समर्पण और प्रतिबद्धता ने उन्हें इस प्रतिष्ठित मंच तक पहुंचाया है। इस सम्मान के साथ, बरुण बाबुल ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि मेहनत और लगन से किसी भी ऊंचाई को हासिल किया जा सकता है।