भागलपुर/निभाष मोदी
प्रेम होली राजनीति पर कटाक्ष के साथ-साथ वीर रसों और श्रृंगार रस की जमकर कवियों ने की शब्दों की वर्षा
भागलपुर,मारवाड़ी युवा मंच भागलपुर की ओर से आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में देशभर के कवि भागलपुर पहुंचे कवियों ने अपने अनुभव और मौजूदा वक्त में कविता का समाज राज्य को देश पर क्या प्रभाव पड़ रहा है इस पर विचार व्यक्त किए गौरतलब हो कि 1961 में पहली बार बसंत गोष्टी कवि सम्मेलन की शुरुआत हुई थी।
कार्यक्रम के दौरान विधिवत उद्घाटन में सांसद अजय मंडल विधायक अजीत शर्मा मेयर डॉक्टर वसुंधरा लाल उप मेयर डॉक्टर सलाउद्दीन अहसन पूर्व राज्यसभा सांसद कहकशां परवीन के अलावा कई गणमान्य लोग उपस्थित थे वहीं इस दौरान मारवाड़ी युवा मंच भागलपुर के अध्यक्ष जॉनी संथालिया स्वागत अध्यक्ष जगदीश चंद्र मिश्र पप्पू उप स्वागत अध्यक्ष संजय सिंघानिया मीडिया प्रभारी अश्विनी जोशी मोंटी सहित सैकड़ों श्रोता मौजूद थे।
मित्र बसंत गोष्टी के साठवें संस्करण के अखिल भारतीय कवि सम्मेलन की विधिवत शुरुआत कवियत्री मणिका दुबे के सरस्वती वंदना से हुई इसके बाद हाथरस से आए कवि पदम अलबेला ने अपने हाथ से कविताओं के माध्यम से बैठे दर्शकों को लोटपोट कर दिया लखीमपुर खीरी से पधारे कवि आशीष अनल ने अपनी कविताओं के माध्यम से दर्शकों को खूब जोश भरा जबकि इटावा के कवि कुमार मनोज ने सामाजिक सद्भावना को जोड़ने वाली कविता की प्रस्तुति दी मुंबई के चंदन राय ने अपनी प्रेम कविता के माध्यम से युवाओं में प्रेम के प्रति जोश और उमंग भरा वही छत्तीसगढ़ रायपुर से आए कवि रमेश विश्वकर्मा प्रेम कविताएं पढ़कर युवाओं के साथ-साथ बुजुर्गों को भी प्रेम की यादें ताजा कर दी उसके बाद प्रयागराज से आए हास्य कवि राधेश्याम भारती ने लोगों को अपनी कविताओं से लोटपोट कर दिया जबलपुर की मणिका दुबे ने पूरा माहौल ही होली में कर दिया।